मस्क ने ट्विटर से पराग अग्रवाल को क्यों दिखाया था बाहर का रास्ता
वाल्टर इसाकसन ने अरबपति की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक लिखी है, जिसका शीर्षक उन्हीं के नाम पर रखा है। यह 12 सितंबर को प्रकाशित होने वाली है। इस किताब के कुछ अंश एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित किए गए हैं। इसमें मस्क से जुड़े कई खुलासे किए गए हैं।
वाशिंगटन। (आरएनआई) एलन मस्क ने पिछले साल ट्विटर की कमान संभालते ही सीईओ पराग अग्रवाल को बर्खास्त कर दिया था। अब इस बर्खास्तगी से जुड़ी कुछ बातें सामने आई हैं। हाल ही में, एक नई किताब में खुलासा किया गया है कि मस्क ने अग्रवाल को नौकरी से इसलिए निकाला था, क्योंकि उन्हें लगता है कि वह आग उगलने वाले ड्रैगन नहीं थे।
वाल्टर इसाकसन ने अरबपति की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक लिखी है, जिसका शीर्षक उन्हीं के नाम पर रखा है। यह 12 सितंबर को प्रकाशित होने वाली है। इस किताब के कुछ अंश एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित किए गए हैं।
इसमें पिछले साल मार्च में एलन मस्क और पराग अग्रवाल की मुलाकात के बारे में बताया गया है। इस मुलाकात के दौरान एलन मस्क ने बताया था कि पराग अग्रवाल में क्या कमी थी। इस मुलाकात से कुछ दिन पहले 14 अप्रैल को मस्क ने कंपनी को खरीदने के लिए ट्विटर को एक प्रस्ताव दिया था। बाद में 27 अक्टूबर को 44 अरब डॉलर में सौदा तय हुआ था।
इस बैठक को लेकर किताब में बताया गया है कि मस्क ने तत्कालीन ट्विटर सीईओ से मुलाकात करने के बाद कहा कि वह वास्तव में बहुत अच्छे हैं, लेकिन उसमें एक कमी के चलते उन्हें बतौर मैनेजर पसंद नहीं किया जा सकता है। ट्विटर को आग उगलने वाले ड्रैगन की जरूरत है और पराग में वह बात नहीं है। कंपनी के तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष ब्रेट टेलर तीसरे व्यक्ति थे जो इस बैठक में शामिल हुए थे।
पराग अग्रवाल को बर्खास्त करने के बाद मस्क ने खुद सीईओ का पद संभाला था। बाद में, जून में लिंडा याकारिनो को इस पद पर नियुक्त किया गया था। वह मौजूदा मुख्य कार्यकारी हैं। इसके अलावा, जुलाई में सैन फ्रांसिस्को मुख्यालय वाली कंपनी का नाम बदलकर एक्स कॉर्प कर दिया गया।
मस्क ने इस साल 13 अप्रैल को ट्विटर के अधिग्रहण का एलान किया था। उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर की दर से 44 अरब डॉलर में इस करार का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, ट्विटर के फर्जी खातों की वजह से ट्विटर व उनके बीच अनबन हुई और उन्होंने नौ जुलाई को इस करार से पीछे हटने का फैसला किया था। इसके बाद ट्विटर ने मस्क के खिलाफ अमेरिकी कोर्ट में केस दायर किया था। इस पर डेलावेयर की कोर्ट ने 28 अक्तूबर तक ट्विटर की डील पूरी करने का आदेश दिया था। मस्क बुधवार को ट्विटर के दफ्तर सिंक लेकर पहुंचे थे और उन्होंने सब को हैरान कर दिया था।
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