मध्यप्रदेश में रोजगार सहायकों का स्थायीकरण और वेतन दोगुना
पंचायत सचिवों की भर्ती में 50% आरक्षण सहित सीएम शिवराज ने की यह घोषणाएं
भोपाल। मध्यप्रदेश में रोजगार सहायकों का स्थायीकरण और वेतन दोगुना, पंचायत सचिवों की भर्ती में 50% आरक्षण सहित सीएम शिवराज ने की यह घोषणाएं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रोजगार सहायकों के सम्मेलन में उनका वेतन दोगुना करने की घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि रोजगार सहायक लंबे समय से सरकार से वेतन बढ़ाने और नियमितीकरण की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य की शुरुआत में सबसे पहले कहा कि अब रोजगार सहायकों की शिवाय सोना तो नहीं की जा सकेगी। बिना वकील और बिना दलील के कोई फैसला नहीं होगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ग्राम पंचायतों में तैनात ग्राम रोजगार सहायकों को सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोजगार सहायकों का वेतन 9000 से बढ़ाकर 18000 करने का ऐलान कर दिया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, आज मैं रोजगार सहायक के जीवन से अनिश्चितता समाप्त करने आया हूं। अब रोजगार सहायक की सेवाएं किसी भी कीमत पर समाप्त नहीं होगी।
रोजगार सहायकों को किसी भी प्रकार का अवकाश नहीं दिया जाता। हम भी इंसान हैं, हमारा भी परिवार है, इसलिए चाहे अवकाश का मामला हो, प्रसूति अवकाश का मामला हो या ऐच्छिक अवकाश का मामला हो। रोजगार का सहायकों को सब दिया जाएगा। 180 दिन का मातृत्व अवकाश तो मिलेगा ही लेकिन 15 दिन का पितृत्व अवकाश भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं ये तय कर रहा हूं कि पंचायत सचिव की नियुक्ति में 50% रिजर्वेशन रोजगार सहायकों को दिया जाएगा और भविष्य में नियुक्ति, स्थानान्तरण और सभी प्रक्रियाएं अब पंचायत सचिव के समान ही होंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, रोजगार सहायक मेरा क्रिएशन है। रामकाज, सेतु निर्माण हेतु भगवान श्रीराम की बानर सेना में नल-नील की अहम भूमिका रही थी। नल-नील की तरह ही मेरे रोजगार सहायकों ने मनरेगा को व्यवस्थित कर संचालित करने का कार्य किया है।
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