मध्य प्रदेश के सभी जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर FIR की मांग
भोपाल (आर एन आई) गांधी मेडिकल कॉलेज में डॉ. बाला सरस्वती सुसाइड केस को लेकर प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसी के साथ इन्हें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, हरियाणा, राजस्थान और बिहार के जूनियर डॉक्टर्स का भी समर्थन मिल रहा है। इस हड़ताल में डॉक्टर सरस्वती के माता-पिता और बहन भी शामिल हो गई हैं।
डॉ.सरस्वती के पेरेंट्स भी हड़ताल में शामिल भोपाल जीएमसी में जूडा की हड़ताल का आज पांचवां दिन है, वहीं अब प्रदेशभर के जूनियर डॉक्टर उनके समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसमें डॉ.सरस्वती के पेरेंट्स भी शामिल हो गए हैं। ये सभी तत्कालीन HOD अरूणा कुमार को कॉलेज से हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। वहीं इस मामले में अब तक एफआईआर न होने से भी इनमें नाराजगी है। जीएमसी जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि डॉ. अरुणा कुमार कहीं भी चले जाए, उनके काम करने का तरीका नहीं बदलेगा इसलिए वो उन्हें हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि उनके रहते पूरा माहौल टॉक्सिक होता है और वे कहीं भी जाएंगी तो उसी तरह का वातावरण निर्माण करेंगी। इसीलिए वो उन्हें हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने की आशंका प्रदेशभर में जूडा की स्ट्राइक के कारण स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने की आशंका है। इसे लेकर रीवा के मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आदेश जारी किया है कि किसी भी डॉक्टर को छुट्टी नहीं मिलेगी। वहीं कांग्रेस भी इस मामले में बीजेपी पर सवाल उठा रही है और कह रही है कि मध्य प्रदेश का स्वास्थ्य सिस्टम वेंटिलेटर पर है। उन्होने सवाल किया कि अब तक चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने इसे लेकर न तो कोई बयान दिया है न ही पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की है। बता दें कि एक दिन पहले केरल के कांग्रेस लोकसभा सांसद बिन्नी बहनान ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस मामले में जल्द से जल्द एक्शन लेने की मांग और घटना के लिए जो भी जिम्मेदार लोगों को जांच होने तक निलंबित करने की मांग की थी।
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