मथुरा में दशानन की पूजा: लंकेश भक्तों ने किया रावण का गुणगान और महाआरती
(भोलेश्वर उपमन्यु)
मथुरा (आरएनआई) लंकेश भक्त मंडल ने दशहरा पर यमुना पल्लीपार, यमुना के नये पुल के नीचे स्थित शिव मंदिर पर लंकेश रावण की पूजा, वंदना, गुणगान किया और जय-जयकार कर आरती उतारी। 10 घंटे जाप और संकीर्तन किया गया।
मण्डल के अध्यक्ष ओमवीर सारस्वत एडवोकेट ने कहा कि रावण विद्वान था, बार-बार पुतला दहन करना गलत है। बार-बार रावण के पुतला दहन की परंपरा को रोकने के लिए दशानन की पूजा का आयोजन किया है। कुछ लोग प्रति वर्ष बुराई के रूप में प्रकांड विद्वान ब्राह्मण दशानन का पुतला दहन करते हैं और सच्चाई की बुराई पर जीत बताते हैं। मगर सत्य यह है कि आज तक बुराई दूर नहीं हो पाई है। समाज को इसका कोई लाभ भी नहीं मिला है। जो लोग रावण का पुतला दहन कर रहे हैं, उनको ब्रह्महत्या का पाप लगता है।
उन्होंने दशानन को महापंडित, त्रिकालज्ञ, श्रीराम का आचार्य बताते हुए पुतला दहन करने को महापाप करार दिया। सीताराम मंदिर के महंत श्रीराम व उनके अनुयायी श्याम प्रकाश अवस्थी ने सहयोगियों संग जाप किया। दोपहर एक बजे लंकेश भक्त मंडल सदस्यों ने महाआरती की। इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष ओमवीर सारस्वत एडवोकेट, देवेंद्र वर्मा, नगर निगम के उपसभापति मुकेश सारस्वत, ब्रजेश सारस्वत, हरीशचंद्र सारस्वत, अजय सारस्वत, अखिलेश शर्मा, भूपेंद्र धनगर, ओम प्रकाश सारस्वत, महंत पीके बाबा, बालयोगी महाराज, संजय सारस्वत ने आरती की। रावण उत्सव में ब्रजलाल सारस्वत, राकेश सारस्वत, सुमित सारस्वत, रिषभ सारस्वत, लोकेश सारस्वत, राकेश शर्मा आदि सभी ने लंकेश्वर रावण की जय-जयकार की।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB
What's Your Reaction?