मणिपुर: अमित शाह ने म्यांमा सीमा पर स्थित मोरेह का दौरा किया, कुकी समुदाय के नेताओं से मिले
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को भारत-म्यांमा सीमा पर स्थित मणिपुर के मोरेह का दौरा किया और कुकी समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने वहां सुरक्षा उपायों की समीक्षा की।
इंफाल, 31 मई 2023, (आरएनआई)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को भारत-म्यांमा सीमा पर स्थित मणिपुर के मोरेह का दौरा किया और कुकी समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने वहां सुरक्षा उपायों की समीक्षा की।
अधिकारियों ने बताया कि शाह सोमवार रात को विमान से इंफाल पहुंचे। उन्होंने दोपहर में कांगपोकपी जिले का दौरा किया और विभिन्न संगठनों से मुलाकात की।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मणिपुर के मोरेह में कुकी समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से आज मुलाकात की।’’
अधिकारी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर एक अलग पोस्ट में कहा कि उन्होंने मोरेह में रहने वाले कुछ तमिल व्यापारियों सहित विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।
शाह ने कहा, ‘‘मोरेह में कुकी और अन्य समुदायों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। उन्होंने मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने में सरकार की पहल को मजबूत समर्थन व्यक्त किया है।’’
उन्होंने कहा कि शाह ने तेंगनुपाल जिले के मोरेह में विभिन्न केंद्रीय और राज्य के सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की।
शाह ने ट्वीट किया, ‘‘मोरेह (मणिपुर) में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।’’
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका इस यात्रा में शाह के साथ हैं।
हालांकि इन बैठकों में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह शामिल नहीं हुए थे।
हिंसा ग्रस्त मणिपुर में शांति बहाली के अपने प्रयासों के तहत केंद्रीय गृह मंत्री ने मंगलवार को मैतेई और कुकी समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने जातीय हिंसा से त्रस्त राज्य में इस तरह की घटनाओं में इजाफा के मद्देनजर सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने शाम में सर्वदलीय बैठक भी की।
गृह मंत्री मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर हैं और राज्य में शांति बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
मंगलवार को मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों ने शांति के लिए प्रतिबद्धता जताई थी और आश्वस्त किया था कि वे संकटग्रस्त राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में काम करेंगे।
शाह ने मंगलवार को मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और इंफाल में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक की।
उन्होंने कहा कि मणिपुर की शांति और खुशहाली उनके सरकार की शीर्ष प्राथमिकता और अधिकारियों को शांति में खलल डालने वाली किसी भी प्रकार की गतिविधि से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया।
तीन मई को मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद गृह मंत्री पहली बार पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रहे हैं।
मणिपुर में ‘जनजातीय एकता मार्च’ के बाद पहली बार जातीय हिंसा भड़क उठी। अनुसूचित जाति (एसटी) के दर्जे की मांग को लेकर मैतेई समुदाय ने तीन मई को प्रदर्शन किया था जिसके बाद ‘जनजातीय एकता मार्च’ का आयोजन किया था।
मणिपुर करीब एक महीने से जातीय हिंसा से प्रभावित है और राज्य में इस दौरान झड़पों में इजाफा देखा गया है। कुछ सप्ताह की खामोशी के बाद पिछले रविवार को सुरक्षा बलों एवं उग्रवादियों के बीच गोलीबारी भी हुई।
अधिकारियों ने बताया कि संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है।
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