मजदूरी करने निकले युवक की हत्या, घर के पास मिली अधजली लाश
करछना के इसौटा लोहंगपुर गांव में रविवार रात मजदूरी करने गए देवीशंकर (35) की हत्या कर शव जला दिया गया। उसकी अधजली लाश बाग में मिली। आक्रोशित परिजनाें-ग्रामीणों ने गांव के ही एक परिवार पर आरोप लगाकर एक सदस्य पर हमले का प्रयास भी किया।

प्रयागराज (आरएनआई) करछना के इसौटा लोहंगपुर गांव में रविवार रात मजदूरी करने गए देवीशंकर (35) की हत्या कर शव जला दिया गया। उसकी अधजली लाश बाग में मिली। आक्रोशित परिजनाें-ग्रामीणों ने गांव के ही एक परिवार पर आरोप लगाकर एक सदस्य पर हमले का प्रयास भी किया। रोकने पर पुलिस से धक्कामुक्की भी की।
परिजनों की तहरीर पर सात लोगों को नामजद करते हुए पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है। देवीशंकर मजदूरी के साथ ही शादियों में बाजा बजाने का भी काम करता था। पिता अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार रात 10:30 बजे के करीब गांव का ही दिलीप सिंह बेटे को गेहूं के बोझ की ढुलाई के लिए बुलाकर ले गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा।
सुबह 5:30 बजे के करीब गांव के लोग घर से 50 मीटर दूर स्थित महुआ के बाग में गए तो वहां उसका अधजला शव पड़ा देखा। कुछ ही देर में वहां परिजनों संग ग्रामीण भी पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मृतक के हाथ बंधे हुए थे और ऐसी आशंका है कि हत्या के बाद हाथ बांधकर शव जलाया गया।जानकारी पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, जिस पर परिजनों-ग्रामीणों ने विरोध कर दिया।
उन्होंने गांव के ही दिलीप व उनके घर के छह अन्य सदस्यों पर देवीशंकर को जिंदा जलाने का आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी। उनका घर भी घेर लिया। एक आरोपी पर हमले का प्रयास भी किया। इस पर पुलिस ने किसी तरह आरोपियों को घर से निकालकर भीड़ से बचाते हुए थाने पहुंचाया। बहुत समझाने पर लोग शांत हुए और फिर 11:30 बजे के करीब शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, पिता की तहरीर पर दिलीप सिंह, अजय सिंह, विनय सिंह, मनोज सिंह, सोनू सिंह उर्फ संजय, शेखर सिंह, मोहित व अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पिता ने हत्या करने का आरोप लगाया है, लेकिन कोई वजह नहीं बताई है। उनका कहना है कि आरोपी दिलीप ही उसे बुलाकर ले गया था।
पिता की तहरीर पर सात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है और सभी को हिरासत में ले लिया गया है। घटना में उनकी संलिप्तता के बाबत जांच पड़ताल की जा रही है। - विवेक चंद्र, डीसीपी यमुनानगर
करछना में युवक को जिंदा जलाकर मार दिए जाने की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर उन्होंने लिखा कि प्रयागराज में एक प्रभुत्ववादी द्वारा दलित समाज के एक युवक को जिंदा जलाकर मारने का जो जघन्य अपराध हुआ है, उसने साबित कर दिया है कि सत्ता का अपने लोगों को दिया अवांछित प्रश्रय और अहंकार अब सरेआम हत्याएं तक करवा रहा है।
बाबासाहेब की जयंती के पहले ऐसी घटना को अंजाम देकर कुछ शक्तिशाली लोग अपनी ताकत का जो संदेश समाज को देना चाहते हैं, वे लोग एक बीमार सोच से ग्रसित नकारात्मक और अत्याचारी लोग हैं। देखते हैं इन दबंग आपराधिक तत्वों के घर पर बुल्डोजर भेजने का नैतिक बल और ऊर्जा किसी में शेष है या फिर वे अपराधियों के सामने सरेंडर करके, ठंडे पड़ गए हैं। अंत में उन्होंने लिखा कि अगर निंदनीय से भी निम्नतर कोई शब्द हो सकता है तो उसे इस कुकृत्य की निंदा के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत रविवार को सिविल लाइंस के एक होटल में पहुंचे। उन्होंने प्रेस वार्ता कर सरकार पर हमला बोला। कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। आए दिन प्रदेश में हत्या और दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने फतेहपुर में एक किसान परिवार के तीन लोगों की हत्या और वाराणसी में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप में शामिल सभी आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की। वहीं, करछना में मजदूर की हत्या के मामले में भी उन्होंने सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में किसानों की जमीन छीनी जा रही है। यहां अधिकारी और कर्मचारी किसी की नहीं सुन रहे हैं। टिकैत ने कहा कि प्रयागराज में भी एक बड़े आंदोलन की जरूरत है। एक प्रश्न में दूसरे समुदाय का आशय पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसान संगठन ने हिंदू-मुस्लिम और वक्फ बोर्ड जैसे शब्दों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। प्रेस वार्ता के बाद राकेश टिकैट फतेहपुर के लिए रवाना हो गए।
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