भोपाल गांधी मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर ने किया सुसाइड
भोपाल -भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर डॉक्टर ने खुदकुशी की है। वह मूल रूप से आंध्रप्रदेश की रहने वाली है। भोपाल के कोहेफिजा इलाके में वह रहती थी। घटना के बाद परिजनों को जानकारी दे दी गई है।
गांधी मेडिकल कॉलेज से गायनोकोलॉजिस्ट में पीजी थर्ड इयर की जूनियर डॉक्टर सुसाइड कर लिया है। उनका नाम सरस्वती (27) है जो आंध्रप्रदेश की रहने वाली थीं। जानकारी के मुताबिक उन्होने आज सुबह करीब 6 बजे इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या की। उन्होंने बेहोशी की दवा के इंजेक्शन का ओवरडोज लिया उनके पति जयवर्धन चौधरी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। ये बात भी सामने आई है कि वे प्रेग्नेंट थीं। अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि उन्होने अपनी जान क्यों ली है।
करीब 6 महीने पहले की डॉ. सरस्वती कोहेफिजा इलाके के कहकशा अपार्टमेंट के एक फ्लैट में शिफ्ट हुई थीं। इस घटना के सामने आने के बाद से इलाके में सनसनी का माहौल है। उनके पड़ौसियों का कहना है कि पति पत्नी बहुत प्रेम से रहते थे। बताया जा रहा है कि दोनों रविवार को घूमने भी गए थे। बीच बीच में सरस्वती के माता पिता और सास ससुर भी आते रहते थे। लेकिन पड़ोसियों की मानें तो सरस्वती हमेशा किसी दबाव में नजर आती थी और डरी सहमी भी दिखाई देती थी। सोमवार सुबह पति के चीखने की आवाज से आसपास के लोग चौंक गए और उनके यहां पहुंचे तो घटना के बारे में पता चला। माना जा रहा है कि रविवार सोमवार की दरमियानी रात सरस्वती ने दूसरे कमरे में जाकर खुद को इंजेक्शन लगा लिया।
इस घटना को लेकर ACP उमेश कुमार तिवारी ने कहा है कि ‘डॉ. सरस्वती पीजी गायनी की तीसरे वर्ष की छात्रा थीं। वो 14 हफ्ते के गर्भ से थीं। उनके बेड के पास 2 एनेस्थीसिया इंजेक्शन मिले है। देर रात पति पत्नी अलग अलग कमरों में सोए थे, सुबह पति ने पत्नी को पूजा वाले कमरे में अचेत हालत में देखा। हॉस्पिटल लाने पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित किया।’ उनके परिजनों के बैंगलोर से आने के बाद पोस्टमार्टम होगा। फिलहाल पुलिस ने मृतका का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस को मौके पर कोई सुसाइड नोट नही मिला है। पति ने अपनी पत्नी के साथ किसी भी तरह के विवाद से इनकार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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