भोपाल के जे पी हॉस्पिटल में MRI सुविधा शुरू, प्रदेश का पहला जिला चिकित्सालय, उज्जैन-इंदौर-ग्वालियर और जबलपुर में भी जल्द होगी शुरू
भोपाल (आरएनआई) उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने जिला चिकित्सालय भोपाल (जेपी हॉस्पिटल) में एमआरआई जांच सेवा केंद्र का लोकार्पण किया। एमआरआई सेवा प्रदान करने वाला जेपी हॉस्पिटल प्रदेश का पहला जिला चिकित्सालय बन गया है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिये तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि नागरिकों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उनके ही जिले में उपलब्ध कराई जाएं। इसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत किया जा रहा है और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नागरिकों को उन्नत, सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी शीघ्र शुरू
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और विस्तारित करने के लिए सरकार सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एमआरआई जांच सेवा उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी शीघ्र शुरू की जाएगी। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि यह सेवा सीजीएचएस दर से 30 प्रतिशत कम शुल्क पर नागरिकों को उपलब्ध होगी। साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत हितग्राहियों के लिए यह सेवा निःशुल्क रहेगी।
जेपी हॉस्पिटल में हृदय रोगों की उन्नत सेवाएँ शीघ्र
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि जेपी हॉस्पिटल में मार्च 2025 तक कैथ लैब और हृदय उपचार संबंधी सुविधाओं का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। यहां कैथ लैब और सीटीवीएस सेवाओं के माध्यम से एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, हार्ट ट्रांसप्लांट और बाईपास सर्जरी जैसी उन्नत सेवाएँ उपलब्ध होंगी। इसके तहत 100 बिस्तरों की हृदय उपचार यूनिट स्थापित की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में देरी न हो और सभी सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से हो रहा है स्वास्थ्य सेवाओं का सशक्तिकरण
राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाएँ निरंतर सशक्त हो रही हैं। मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं। भविष्योनुमुखी चुनौतियों के दृष्टिगत स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तारित और सशक्त करने के लिये सतत प्रयासरत हैं। चिकित्सकीय सहायक चिकित्सकीय पदों में 46 हज़ार से अधिक पदों में भर्ती की जा रही है। इन प्रयासों से सभी नागरिकों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुरक्षा प्राप्त होगी।
प्रतिदिन 80 मरीजों की होगी एमआरआई स्कैनिंग
भोपाल एमआरआई केंद्र ₹10 करोड़ 50 लाख की लागत से स्थापित किया गया है, जिसमें भवन निर्माण, उपकरण और तकनीकी उन्नयन शामिल हैं। इसमें 1.5 टेस्ला UMR 580 मशीन लगाई गई है, जो हाल ही में लॉन्च उन्नत तकनीक से लैस है। यह तेज, सटीक स्कैनिंग, उन्नत इमेजिंग और ऊर्जा दक्षता सुनिश्चित करती है। केंद्र में प्रतिदिन 80 मरीजों की स्कैनिंग क्षमता है, न्यूनतम प्रतीक्षा समय और सटीक रिपोर्टिंग के साथ गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करता है।
सीजीएचएस से 30 प्रतिशत से कम दर में मिलेगी सेवा
आयुष्मान हितग्राहियों को निःशुल्क
मरीजों को उन्नत MRI सुविधाएं सीजीएचएस दरों से 30% तक कम शुल्क पर उपलब्ध कराई जाएंगी। आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को यह सुविधा पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की जाएगी। MRI पेट (प्लेन) (सीजीएचएस दर ₹2125) यहां ₹1423 में उपलब्ध है। MRI ब्रेन (प्लेन) (सीजीएचएस दर ₹1998) ₹1338 में, एमआरआई कंधा (प्लेन) (सीजीएचएस दर ₹2000) ₹1339 में और MRI घुटना (कॉन्ट्रास्ट) (सीजीएचएस दर ₹4500) केवल ₹3014 में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में MRI एंजियोग्राफी (कॉन्ट्रास्ट) (सीजीएचएस दर ₹4950) की दर ₹3315 रखी गई है। वहीं, गंभीर बीमारियों के निदान के लिए संपूर्ण शरीर की MRI (ऑन्कोलॉजिकल वर्कअप) (सीजीएचएस दर ₹5100) ₹3415 में उपलब्ध होगी। MRI पीठ (लम्बर स्पाइन) जैसी सेवाएं भी (सीजीएचएस दर ₹2125) ₹1423 में उपलब्ध कराई जा रही हैं।
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