भारत में अब तक तीन मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क; संक्रमण से बचाव के लिए राज्यों में एडवाइजरी
चीन से निकले नए ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के तीन केस की भारत के दो राज्यों में पुष्टि हो चुकी है। इसी बीच तमाम राज्यों ने इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। इधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की तरफ से इस वायरस को लेकर तमाम बातें और केंद्र की तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई है।
नई दिल्ली (आरएनआई) चीन में फैल रहे नए ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस ने भारत में दस्तक दे दी है। वहीं इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कर्नाटक में दो बच्चों में संक्रमण पाया है। जानकारी के मुताबिक, तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे में ये संक्रमण पाया गया है। इसके अलावा गुजरात में भी एक दो महीने के बच्चे में संक्रमण मिला है।
इस सबके बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की तरफ से केंद्र की तैयारियों और नए वायरस को लेकर तमाम बातें साझा की गई है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि, हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और पड़ोसी देशों में वायरस की हालात पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हम तैयार हैं, सभी कदम उठा रहे हैं, हमारी सभी पहलुओं पर निगरानी है। जेपी नड्डा ने कहा कि ये कोई नया वायरस नहीं है, 2001 में ही वायरस की पहचान हुई थी।
इस नए वायरस को लेकर राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि राज्य में अब तक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा, 'बंगलूरू में दो मामले सामने आए हैं। यहां अभी तक हमें ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। हमारे मुख्य सचिव ने पहले ही एक बैठक की है और एहतियाती कदम उठाए हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमारे पास इस संबंध में (एचएमपीवी मामलों) ऐसा कोई अलर्ट नहीं है। अगर कोई है, तो मैं आपको बता दूंगा। हमारी सरकार हमेशा लोगों की सेवा में है; आपने कोविड महामारी के दौरान यह देखा है।'
इधर कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामलों का पता चलने के बाद, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जो संक्रमण पाया गया है, वह देश में मौजूद पुराने वायरस के कारण है और यह जानलेवा नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मंत्री ने कहा कि दोनों संक्रमित बच्चे 'सामान्य' हैं, और लोगों को सामान्य एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, 'एचएमपीवी से संक्रमित दो बच्चे बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में हैं। एक तीन महीने का है, जिसे दिसंबर में ही छुट्टी दे दी गई है, और दूसरा आठ महीने का है, जिसे कल तक छुट्टी मिलने की संभावना है। वे दोनों सामान्य हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'इससे (नए वायरस) डरना, मास्क पहनने को लेकर लोगों को जागरूक करना और लॉकडाउन लागू होने की आशंका होना - ऐसा कुछ भी नहीं है। अभी तक ऐसी कोई बात नहीं है। केंद्र सरकार और आईसीएमआर हमारे संपर्क में हैं। माइक्रोबायोलॉजिस्ट और अन्य विशेषज्ञों की एक बैठक होगी, जिसमें आगे की सावधानियों के बारे में चर्चा की जाएगी।' मीडिया से अनावश्यक भय पैदा न करने का अनुरोध करते हुए मंत्री ने कहा, 'कुछ सामान्य बातें बताई गई हैं, जैसे लक्षण दिखने पर सावधानी बरतें, अपने हाथों को बार-बार धोते रहें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
राजस्थान के डूंगरपुर जिले की एक बच्ची HMPV संक्रमित पाई गई थी, जिसका फिलहाल अहमदाबाद में इलाज चल रहा है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि इसके लिए फिलहाल कोई दवा नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की, जिसके बाद राजस्थान में भी चिकित्सा विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। राजस्थान के डायरेक्टर पब्लिक हेल्थ डॉ. रवि प्रकाश माथुर का कहना है कि चीन में इस वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसको लेकर राजस्थान में भी एडवाइजरी जारी गई है।
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