भारत-फ्रांस के करीबी संबंधों में वैश्विक भलाई की ताकत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमैनुअल मैक्रों से बातचीत के बाद कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दोपहर के भोजन पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से बातचीत की और इस दौरान रक्षा, परमाणु ऊर्जा, व्यापार तथा खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
बाली, 16 नवंबर 2022, (आरएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दोपहर के भोजन पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से बातचीत की और इस दौरान रक्षा, परमाणु ऊर्जा, व्यापार तथा खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
बाली में चल रहे जी-20 के सम्मेलन से इतर हुई बैठक के बाद मोदी ने कहा कि भारत-फ्रांस के निकट संबंध वैश्विक भलाई की शक्ति रखते हैं।
समझा जाता है कि बातचीत में यूक्रेन संघर्ष और खाद्य तथा ऊर्जा सुरक्षा समेत अन्य विषयों पर इसके प्रभाव पर बातचीत हुई।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘हमेशा की तरह इमैनुअल मैक्रों के साथ अच्छी बातचीत हुई। हमने रक्षा, परमाणु ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने समेत विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की।’’
मैक्रों ने ट्वीट किया कि दोनों पक्षों का शांति के लिए समान एजेंडा है और जी20 की भारत की आगामी अध्यक्षता के तहत फ्रांस इस पर काम करेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने इस बारे में चर्चा की कि रक्षा संबंधों, टिकाऊ विकास और आर्थिक सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए।
उसने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने बाली में जी20 के सम्मेलन में वार्ता की। उन्होंने विभिन्न विषयों पर फलप्रद बातचीत की। दोनों नेताओं ने इस बारे में चर्चा की कि रक्षा संबंधों, टिकाऊ विकास तथा आर्थिक सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मोदी और मैक्रों ने रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, व्यापार, निवेश और आर्थिक साझेदारी के नये क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की।
उन्होंने ज्यादा विस्तार से नहीं बताया लेकिन कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर चर्चा की।
भारत और फ्रांस के बीच क्षेत्रीय सहयोग में पिछले कुछ साल में विस्तार हुआ है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय इस समय फ्रांस की यात्रा पर हैं।
फ्रांस एयर एंड स्पेस फोर्स की एक टुकड़ी अगस्त में तमिलनाडु में वायु सेना के सुलुर केंद्र पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में पहुंची थी। प्रशांत महासागर में एक बड़े सैन्य अभियान के तहत तीन राफेल विमान भी पहुंचे थे।
भारत और फ्रांस की नौसेनाओं ने मार्च में अरब सागर में पांच दिन का बड़ा युद्धाभ्यास किया था। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में भी अरब सागर में बड़ा अभ्यास किया था।
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