भारत, इस्राइल, यूएई और अमेरिका ने की संयुक्त अंतरिक्ष उद्यम की घोषणा
इस परियोजना का उद्देश्य नीति निर्माताओं, संस्थानों और उद्यमियों के लिए एक अद्वितीय अंतरिक्ष-आधारित उपकरण बनाना है, जो पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन चुनौतियों पर उनके काम को सक्षम बनाता है और मानवता की भलाई के लिए अंतरिक्ष डाटा के अनुप्रयोगों में हमारे सहयोग को आगे बढ़ाता है।
न्यूयॉर्क। (आरएनआई) भारत, इस्राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के आई2यू2 समूह (I2U2 Group) ने एक नए संयुक्त अंतरिक्ष उद्यम की घोषणा की है। इसका उद्देश्य नीति निर्माताओं, संस्थानों और उद्यमियों के लिए एक अद्वितीय अंतरिक्ष आधारित उपकरण विकसित करना है। साथ ही चार देशों के समूह ने सदस्य देशों के बीच सहयोग और दुनियाभर में साझेदारी बढ़ाने के लिए अपनी एक वेबसाइट भी लॉन्च की।
अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि आई2यू2 समूह के अंतरिक्ष के फोकस क्षेत्र के तहत भारत, इस्राइल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकारों, आर्टेमिस समझौते के सभी हस्ताक्षरकर्ताओं ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान एक नए संयुक्त अंतरिक्ष उद्यम की घोषणा की। मुख्य रूप से चार आई2यू2 भागीदार देशों के अंतरिक्ष-आधारित अवलोकन डाटा और क्षमताओं का उपयोग करना है।
संस्थानों और उद्यमियों के लिए एक अद्वितीय अंतरिक्ष-आधारित उपकरण बनाना है, जो पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन चुनौतियों पर उनके काम को सक्षम बनाता है और मानवता की भलाई के लिए अंतरिक्ष डाटा के अनुप्रयोगों में हमारे सहयोग को आगे बढ़ाता है। 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि (ओएसटी) पर आधारित आर्टेमिस समझौते 21वीं सदी में नागरिक अंतरिक्ष अन्वेषण और उपयोग का मार्गदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किए गए सिद्धांतों का एक गैर-बाध्यकारी सेट है।
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