भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी शाह बोले हमने MP को BIMARU शब्द से दिलाई मुक्ति

कमलनाथ-दिग्विजय को घेरा, 2024 में सभी लोकसभा सीट जीतने का दावा

Aug 20, 2023 - 15:19
Aug 20, 2023 - 15:23
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भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी शाह बोले हमने MP को BIMARU शब्द से दिलाई मुक्ति

भोपाल। (आरएनआई) मध्य प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव का आगाज कर दिया है। आज राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिवराज सरकार के 20 साल (2003-2023) का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस 32 पेज की रिपोर्ट कार्ड बुक में शिवराज सरकार के पिछले और वर्तमान कार्यकाल की उपलब्धियों, योजनाओं और विकासकार्यों के बारें में बताया गया है। इस दौरान शाह ने कांग्रेस, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को भी उनके कार्यकाल को लेकर जमकर घेरा। किसानों की कर्जमाफी को लेकर भी सवाल किए, वही कांग्रेस से 53 सालों का हिसाब मांगा।
बीमारू राज्य को देश में विकसित राज्य तक पहुंचाने का काम हमने किया- शाह
इस मौके पर शाह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि हमने एक बीमारू राज्य को देश के सबसे विकसित राज्य में पहुंचाने का प्रयास किया। हमने एक बीमारू राज्य को 20 साल में विकसित राज्य के रूप में आगे ले जाने काम किया है। आत्म निर्भर मध्य प्रदेश की नींव इन वर्षों में रखी गई।  2003 में श्रीमान बंटाधार की सरकार को हटाकर मध्यप्रदेश की जनता ने ऐतिहासिक निर्णय लिया। उमा भारती के नेतृत्व में भाजपा पार्टी की सरकार बनी। इसके बाद  बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीमारू शब्द से मध्य प्रदेश को मुक्ति दिलाई।
अमित शाह ने अपने संबोधन में वर्ष 1980 में जाने माने आर्थिक विश्लेषक आशीष बोस द्वारा लिखे गए राजीव गांधी के लिए पेपर का जिक्र किया। शाह ने बताया कि सबसे पहले BIMARU राज्य शब्द का इस्तेमाल इस पत्र में बोस द्वारा किया गया था। इस BIMARU शब्द में जो राज्य थे वह थे बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान और उत्तर प्रदेश। ऐसा माना जाता था कि यह 4 राज्य देश की प्रगति में सबसे बड़े बाधक हैं और इनके कारण ही देश की प्रगति की गति में धीमापन है। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों में यह तक कहा कि यह राज्य कभी भी इस BIMARU टैग से बाहर निकाल कर नहीं आ पाएंगे।
कांग्रेस 53 सालों का हिसाब जनता के सामने रखें शाह ने कहा कि ​​​​​मध्यप्रदेश राज्य का गठन 1956 में हुआ। 50 से 2003 तक 53 साल में 6-7 साल छोड़कर पूरा समय कांग्रेस का शासन रहा। आज जो दावे कर रहे, उन्हें 53 साल का हिसाब देश और मध्यप्रदेश की जनता के सामने रखना चाहिए। इन 53 साल में मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य का टैग मिला। आने वाले अमृतकाल का समय मध्य प्रदेश के लिए बेमिसाल साबित होगा। हर क्षेत्र में एमपी आगे बढ़ रहा है। एमपी के सभी अंचलों तक विकास पहुंचाया है। 53 साल की कांग्रेस की सरकार को हटाकर वर्ष 2003 में मध्य प्रदेश की जनता ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया। वर्ष 2003 से 2023 तक के इन 20 वर्षों में सरकार ने मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से हटाने का काम किया। इन 20 सालों में बीजेपी ने जनता को गरीबी से मुक्ति दिलाने का काम किया, जो आने वाले 25 सालों में मध्यप्रदेश को संपूर्ण विकसित राज्य बनाने में नीव की तरह काम करेगा।
2024 लोकसभा चुनाव में 29 सीटें जीतने का दावा शाह ने कहा कि 2014 में 29 में से 27 सीटें और 2018 में 29 में से 28 सीटों की बात करते हुए शाह ने आते हुए कहा कि 2024 में मध्य प्रदेश में भाजपा 29 में से 29 सीटें लेकर आएगी । शाह ने आगामी चुनावों की बात करते हुए कहा कि आने वाला चुनाव बंटाधार की ओर से विकसित मध्य प्रदेश बनाने का चुनाव है, BIMARU से सर्वोच्च मध्यप्रदेश बनाने का चुनाव है और गरीबी से संपूर्ण मुक्ति का चुनाव है।पिछले 10 सालों में देश की 10% आबादी गरीबी रेखा से ऊपर आई है। शिक्षा,स्वास्थ,इंफ्रास्ट्रक्चर,कृषि हर क्षेत्र में आज जो विकास हमें देखने को मिल रहा है इसकी नींव  2003 से 2023 के बीच के इन 20 सालों में रखी गई। इन 20 सालों ने मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाया है।
कमलनाथ-दिग्विजय सिंह को घेरा अमित शाह ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को जनता को दाएं बाएं न भड़काने की नसीहत दी और कमलनाथ और दिग्विजय से कुछ बातों पर सीधा जवाब मांगा है । और कहा कि जिन कमलनाथ ने कभी हाथ में हल नहीं पकड़ा वह किसानों की MSP की बात करते हैं। शाह ने आंकड़े बताते हुए कमलनाथ से किसानों को गुमराह ना करने की बात कही और बीजेपी सरकार में एमएसपी पर गेहूं की खरीदी की जानकारी दी।अपने भाषण में केंद्रीय गृहमंत्री ने मध्य प्रदेश के बजट की, प्रदेश में शिक्षा के बजट की, प्रदेश स्वास्थ के बजट की, सर्व शिक्षा अभियान के बजट की, एससी एसटी और पिछड़ा वर्ग के लिए बजट की, राज्य की प्रति व्यक्ति आय की बात कही। अमित शाह के भाजपा के प्रमुख अंश
15 महीने की कमलनाथ सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज जी की गरीब कल्याण योजनाओं को बंद कर दिया या फिर उन योजनाओं का पोषण ना करके लंगड़ी करने का काम किया, उन्हे अपने 15 महीने के सरकार का हिसाब जनता को देना चाहिए।
कांग्रेस के पास अगर हिम्मत है अपने 50 साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर आए।हमने राजनीति के अंदर जवाबदेही की परंपरा खड़ी की है। जहां-जहां हमारी सरकार है, वहां हम हिसाब लेकर जाते हैं।

कांग्रेस सरकार में राशन उनके चट्टे-बट्टे ही खा जाते थे। कांग्रेस के समय में 52 लाख राशन के लाभार्थी परिवार थे, अब एक करोड़ 25 लाख परिवारों को राशन पहुंच रहा है।
यहां 11,700 से 1 लाख 40 हजार तक प्रति व्यक्ति आय पहुंचाना, ये सारे पैमाने को रिकॉर्ड तोड़ने वाला विकास है। मोदी जी और शिवराज जी की जोड़ी ने मध्य प्रदेश को यहां तक पहुंचाया है।
2014 में लोकसभा की 29 में से 27 सीटें, 2019 में 29 में 28 सीटें भाजपा को मिली।अब मैं विश्वास के साथ कह रहा हूं कि एक सीट की कमी है, 2024 में यह कमी भी मध्य प्रदेश की जनता पूरी कर देगी, मुझे पूरा विश्वास है।
मैं कांग्रेस नेताओं से कहना चाहता हूँ कि इधर उधर की बातें करके जनता को भ्रमित ना करते हुए मध्य प्रदेश के विकास के इस रिपोर्ट कार्ड का जवाब दें।कांग्रेस सरकार के 53 सालों का हिसाब दे मिस्टर बंटाधार और कमलनाथ की जोड़ी।
आगामी चुनाव गरीबी से संपूर्ण मुक्ति का चुनाव है।प्रधानमंत्री मोदी की जनहितैषी योजनाओं को मुख्यमंत्री शिवराज ने बेहतर ढंग से धरातल पर उतारने का काम किया है। भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए मध्य प्रदेश की साढ़े 9 करोड़ जनता का आभार प्रकट करता हूँ।
कभी बंटाधार माना जाने वाला मध्य प्रदेश आज विकास की बुलंदियां छू रहा है। 20 साल में बिजली, पानी, सड़क और शिक्षा जैसी मूलभूत व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाते हुए भाजपा सरकार ने मध्य प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं।
2003 में मिस्टर बंटाधार की सरकार को हटाकर प्रदेश की जनता ने ऐतिहासिक निर्णय लिया और भाजपा की सरकार बनी।भाजपा सरकार ने मध्य प्रदेश को बीमारू शब्द से मुक्ति दिलाने का काम किया।20 वर्षों में मध्य प्रदेश “विकसित मध्य प्रदेश” बना है। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की नींव डालने का काम 20 वर्षों में हुआ है।
मध्य प्रदेश का गठन 1956 में हुआ, तब से कुछ साल छोड़कर लगभग 53 वर्ष कांग्रेस का शासन रहा।आज जो लोग भाजपा सरकार में हुए विकास पर सवाल उठाते हैं उन्हें अपने 53 साल का हिसाब भी देना चाहिए। कांग्रेस की सरकार में मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य का तमगा मिला। 2014 में लोकसभा की 29 में से 27 सीटें, 2019 में 29 में 28 सीटें भाजपा को मिली। अब मैं विश्वास के साथ कह रहा हूं कि एक सीट की कमी है, 2024 में यह कमी भी मध्य प्रदेश की जनता पूरी कर देगी, मुझे पूरा विश्वास है।

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