बोइंग के खिलाफ व्हिसलब्लोअर ने फिर लगाए गंभीर आरोप, कहा- उड़ान के दौरान विमान के हो सकते हैं दो टुकड़े
यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन बोइंग इंजीनियर व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर के आरोपों की जांच कर रहा है। सालेहपुर ने दावा किया है कि बोइंग ने अपने 787 ड्रीमलाइनर का निर्माण करते समय जल्दबाजी की।
वॉशिंगटन (आरएनआई) व्हिसलब्लोअर बार-बार बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर को लेकर चिंता जता रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर इसे लेकर कहा कि उड़ान के दौरान विमान के दो टूकड़े हो सकते हैं। बता दें, व्हिसलब्लोअर ने यह बात ऐसे समय में कही, जब हाल ही में अमेरिका की हवाई सुरक्षा संस्था फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि वे बोइंग की जांच कर रहे हैं। हालांकि, बोइंग ने ड्रीमलाइनर में कमी होने वाले दावों को खारिज कर दिया है।
यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) व्हिसलब्लोअर के दावों की जांच कर रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, एफएए बोइंग इंजीनियर व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर के आरोपों की जांच कर रहा है। सालेहपुर ने दावा किया है कि बोइंग ने अपने 787 ड्रीमलाइनर जेट का निर्माण करते समय जल्दबाजी की है। विमान को असेंबल करने वाले कर्मचारी ढांचे (Fuselage) के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ते समय छोटे गैप को ठीक से भरने में नाकाम रहे हैं। इससे हजारों यात्राओं के बाद मध्य-उड़ान में अलग हो सकता है। वहीं, सालेहपुर के वकीलों ने आरोप लगाया कि इससे विमान पर अधिक घिसाव होता है। इससे इसका जीवनकाल छोटा हो जाता है और 'विनाशकारी' विफलता का खतरा होता है।
इंजीनियर सैम सालेहपुर ने बोइंग में 10 से अधिक वर्षों तक काम किया है। उनके आरोपों के बाद वर्जीनिया स्थित विमान उद्योग की कंपनी बोइंग जांच के दायरे में आ गई है। सालेहपुर के आरोपों से पहले साल 2019 में, दक्षिण कैरोलिना के चार्ल्सटन कारखाने (जहां 787 बनाया गया है) में काम कर रहे बोइंग कर्मचारी ने यह मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि तय समय में विमानों को तैयार करना था। इसलिए सुरक्षा चिंताओं को नजरअंदाज कर दिया गया था।
जॉन बारनेट बोइंग में बतौर क्वालिटी मैनेजर कंपनी के नॉर्थ चार्ल्सटन प्लांट में काम करते थे। उनका काम कंपनी के 787 ड्रीमलाइनर विमान के प्रोडक्शन में गुणवत्ता का ध्यान रखना था। साल 2019 में बारनेट ने आरोप लगाए थे कि कंपनी के कर्मचारी दबाव में विमान में घटिया उपकरण लगा रहे हैं। बारनेट ने विमान के ऑक्सीजन सिस्टम में भी गंभीर गड़बड़ी का दावा किया था। हालांकि, वह इस साल मार्च में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। बता दें, जॉन बारनेट ने 32 साल तक बोइंग में सेवाएं दी थीं और साल 2017 में ही बारनेट बोइंग से रिटायर हुए थे।
पेशे से इंजीनियर सालेहपुर ने फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) और सीनेट होमलैंड सिक्योरिटी एंड गवर्नमेंटल अफेयर्स के सामने अपनी चिंता रखी हैं।
बोइंग ने 787 के बारे में सालेहपुर की चिंताओं से इनकार कर दिया। कंपनी ने एक बयान में कहा, '787 की संरचनात्मक अखंडता के बारे में ये दावे गलत हैं और विमान की गुणवत्ता और दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बोइंग द्वारा किए गए व्यापक काम का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।' कंपनी का कहना है कि बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर विमान, (जो 2011 से सेवा में हैं) का जीवनकाल 50 साल का हो सकता है, लगभग 44,000 उड़ानों जितना।
बोइंग की सुरक्षा की जांच करने वाली सीनेट समिति की अध्यक्षता कनेक्टिकट के सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल कर रहे हैं। उन्होंने सालेहपुर को अगले सप्ताह अपनी बात रखने के लिए बुलाया है।
सालेहपुर के वकीलों ने आरोप लगाया कि बोइंग ने उनकी चिंताओं को नजरअंदाज किया है। अटॉर्नी डेबरा काट्ज और लिसा बैंक्स का कहना है कि सालेहपुर की चेतावनियों पर ध्यान देने के बजाय, बोइंग ने विमानों को जल्द से जल्द बाजार में लाने को प्राथमिकता दी। हालांकि, बोइंग ने व्हिसलब्लोअर के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। उसका कहना है कि कर्मचारियों को सुरक्षा चिंताओं की रिपोर्ट करने का हक है।
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