बीड सरपंच हत्या कांड: 'न्याय के लिए कहां जाएं', संतोष देशमुख के भाई ने कहा- आरोपी को नहीं मिलनी चाहिए जमानत
बीड सरपंच संतोष देशमुख के हत्या मामले में न्याय के लिए पीड़ित परिवार की लड़ाई जारी है। जहां अब देशमुख के भाई ने आज कहा कि आरोपियों को जमानत नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने आतंक का माहौल बना दिया है।
मुंबई (आरएनआई) महाराष्ट्र के बीड जिलें के मस्साजोग में सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले ने राज्यभर की सियासत को गर्म कर रखा है। इसी बीच बीड की एक अदालत ने संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े मामलों में आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसको लेकर संतोष देशमुख के भाई धनंजय ने कहा कि न्यायिक हिरासत में जाने के बाद भी आरोपियों को जमानत नहीं दी जानी चाहिए।
बीड जिले में हत्या के शिकार सरपंच संतोष के भाई धनंजय ने बुधवार पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के बीड की अदालत ने मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कराड की पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद कराड को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। उन्होंने कहा कि आरोपियों को जमानत नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने आतंक का माहौल बना दिया है।
संतोष देशमुख के भाई ने आगे कहा कि भले ही राज्य सरकार की ओर से आदेश हैं कि किसी को भी नहीं बख्शा जाना चाहिए, लेकिन कल वायरल हुए वीडियो में हमने देखा कि पुलिस अधिकारी एक होटल में आरोपियों से मिल रहे हैं। अगर वे सभी मिलीभगत करते हैं और सबूत नष्ट कर दिए जाते हैं। तो इससे समाज में क्या संदेश जाएगा?
साथ ही इस मामले में सपरंच संतोष देशमुख की नाबालिग बेटी वैष्णवी ने एक वीडियो का भी हवाला दिया। इस वीडियो में कथित तौर पर कराड और सह-आरोपी सुदर्शन घुले और विष्णु चाटे को एक पुलिस अधिकारी के साथ दिखाया गया था, जिसे अब निलंबित कर दिया गया है।
इसको लेकर उन्होंने आगे पत्रकारों से बातचीत में पूछा कि अगर पुलिस और आरोपी एक साथ आ रहे हैं और हम उन्हें एक वीडियो में देखते हैं, तो हमें न्याय के लिए किसके पास जाना चाहिए।
बात बीड जिले के मासाजोग गांव की है। जहां सरपंच संतोष देशमुख की बीते 9 दिसंबर को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले सरपंच देशमुख को प्रताड़ित भी किया गया था। कथित तौर पर यह हत्या पवनचक्की परियोजना से जुड़ी एक ऊर्जा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली की कोशिश को रोकने के चलते की गई।
इस मामले पुलिस ने बताया कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के पीछे एक बड़ी जबरन वसूली का मामला है। सरपंच की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, कुछ दिन पहले, महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
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