बिहार के विकास के लिए सोच में बदलाव की जरुरत: अरविंद पाठक
विजय कुमार
दरभंगा, 16 जून 2023, (आरएनआई)। प्रसिद्ध समाजसेवी अरविन्द पाठक ने आज कहा कि बिहार के विकास के लिए लोगों के सोच में बदलाव की जरुरत है।
श्री पाठक ने यह बात यहाँ एक इंटरव्यू के दौरान कही।उन्होंने कहा कि इस प्रान्त की सबसे बड़ी विडंबना यह है कि यहाँ के लोग सामूहिक हित के बजाय जाति एवं धर्म के आधार पर वोट देते हैं,फिर समग्र विकास की बात कहाँ रह जाती है?
कई राष्ट्रीय आंदोलनों के वाहक रहे श्री पाठक ने कहा कि आजादी के बाद से ही यहाँ ये दो चीजें प्रभावी रहा है।यही वजह है कि बिहार एक प्रतिभाशाली एवं गौरवशाली प्रदेश होते हुए भी बीमारू राज्य है।यहाँ के उद्योग धंधे समाप्त है।देश का सबसे बड़ा श्रमिक निर्यात राज्य बन गया है,जो अत्यंत ही कष्ट दायक है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की इस दिशा में की जा रही पहल के संबंध में पूछे जाने पर श्री पाठक ने कहा कि यह कोशिश ठीक है,लेकिन जब तक लोग जाति एवं धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर वोट नहीं करेंगे तब तक बदलाव असंभव है।वह इसे करने में सक्षम हैं।इस दिशा में उन्हें पहल करनी चाहिए।तभी अपने मिशन में सफल हो पाएंगे।
यह पूछे जाने पर कि इसके लिए उन्हें क्या करना चाहिए?श्री पाठक ने कहा कि सभी जाति एवं धर्म में बिहार की हालात को लेकर चिंतन करने वाले लोग हैं।उन्हें एक मंच पर लाकर बदलाव लाया जा सकता है। एल.एस.
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