बांग्लादेश में चुनाव से पहले हिंसा, ट्रेन में आगजनी से चार की मौत
अधिकारियों ने बताया कि घटना रात नौ बजे के आसपास हुई, जब ढाका के कमलापुर रेलवे स्टेशन के पास बेनापोल एक्सप्रेस की चार बोगियों में आग लगा दी गई। अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन में लगभग 292 यात्री सवार थे, जिनमें से अधिकांश भारत से अपने घर लौट रहे थे।
बांग्लादेश में आम चुनाव से दो दिन पहले शुक्रवार को देश की राजधानी ढाका में एक यात्री ट्रेन में आगजनी की गई। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हुए हैं। यह ट्रेन भारत की सीमा से लगे बंदरगाह शहर बेनापोल से ढाका आ रही थी। अधिकारियों ने बताया कि घटना शुक्रवार रात करीब 9:05 बजे हुई, जब गोपीबाग में कमलापुर रेलवे स्टेशन के पास उपद्रवियों ने बेनापोल एक्सप्रेस के पांच डिब्बों में आग लगा दी गई।
घटनास्थल पर मौजूद अग्निशमन सेवा के प्रवक्ता शाहजहां शिकदार ने मीडिया को बताया कि अब तक हमें चार शव मिले हैं। तलाशी अभी भी जारी है। वहीं, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन में लगभग 292 यात्री सवार थे, जिनमें से अधिकांश भारत से अपने घर लौट रहे थे और रात नौ बजे ढाका के गोपीबाग इलाके में पहुंचते ही उपद्रवियों ने ट्रेन में आग लगा दी। आग पर काबू पाने के लिए सात अग्निशमन इकाइयों को लाया गया था।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) के अतिरिक्त आयुक्त (अपराध और संचालन) महिद उद्दीन ने आरोप लगाया कि बेनापोल एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी सुनियोजित हमला था। उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से नहीं कह सकते कि आगजनी किसने की, लेकिन यह जानबूझ कर किया गया। उन्होंने कहा कि आम लोगों, बच्चों और महिलाओं के प्रति ऐसा व्यवहार अमानवीय है। हम दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा करेंगे।
हम लोगों ने ट्रेन की खिड़की से एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन उसने खुद को छोड़ने और ट्रेन के अंदर मौजूद उसकी पत्नी और बच्चों को बचाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जल्द ही आग ने उस व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लिया और कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। रेलवे अधिकारियों ने फिलहाल घायलों की संख्या के बारे में पुष्टि नहीं की है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ट्रेन में आग लगने की जानकारी मिलने के बाद आसपास के लोग पहले घटनास्थल पर पहुंचे और कई घायलों को ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कुछ अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में पहुंचाया।
बांग्लादेश में रविवार को आम चुनाव के लिए मतदान होना है। आम चुनाव की निगरानी के लिए 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक ढाका पहुंच चुके हैं, जिनमें तीन भारतीय पर्यवेक्षक भी हैं। हालांकि देश की मुख्य विपक्षी बीएनपी ने चुनावों का बहिष्कार किया है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) चुनाव कराने के लिए अंतरिम सरकार की मांग कर रही है। लेकिन सत्तारूढ़ अवामी लीग का नेतृत्व कर रहीं प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया।
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