मिड डे मील पाने को बच्चों से ढुलवाई जाती है लकड़ियां
मिड डे मील पाने को बच्चों से ढुलवाई जाती है लकड़ियां
बंडा/शाहजहांपुर। (आरएनआई)सरकार ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूलों में समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। मिड डे मील के लिए धुंआ रहित व्यवस्था करते हुए गैस सिलेंडरों का प्रबंध किया है। परंतु आज भी ग्राम प्रधान और सरकारी अध्यापकों की मिलीभगत के चलते स्कूल में गैस सिलेंडर गायब हैं। और स्कूल आने वाले बच्चों से ही मिड डे मील के लिए लकड़ियों का प्रबंध कराया जा रहा है। जिसको लेकर अभिभावकों में रोष व्याप्त है। और उच्च अधिकारियों से अध्यापकों की कार्यप्रणाली की जांच कराए जाने की मांग की है।
बंडा के गांव कल्याणपुर धर्माई में स्थित प्राइमरी विद्यालय के विद्यार्थी शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं से वंचित नजर आ रहे हैं। ना तो शासन की मंशानुसार मिड डे मील उपलब्ध कराया जा रहा है और ना ही शिक्षा की कोई गुणवत्ता नजर आ रही है। ऐसा आरोप लगाते हुए गांव के बेबी सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी पुत्री गीता गांव के सरकारी स्कूल से पांचवीं कक्षा पास कर चुकी है परंतु अभी तक अक्षरमाला का भी ज्ञान नहीं है। इसी तरह अन्य अभिवावकों ने भी शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए बताया कि स्कूल में साफ-सफाई से लेकर खाना बनाने तक का काम छात्रों से ही करवाया जाता है। जबकि व्यवस्थाएं सुचारू रखने के लिए मिलने वाला सारा धन अध्यापकों और जिम्मेदार लोगों द्वारा बंदरबांट किया जाता है। गांव के ही एक अभिभावक द्वारा 2 दिन पूर्व स्कूली बच्चों से लकड़ियां उठवाये जाने का वीडियो बना लिया गया और इंटरनेट पर प्रसारित कर अध्यापकों की कार्यप्रणाली की पोल खोल दी। अभिभावकों ने अध्यापकों की कार्यप्रणाली की जांच कराए जाने की मांग की है। लकड़ी ले जारहे बच्चों में आकाश ,ऐश कुमार,प्रिंस,शिव केश, आलोक , लकड़ी उठा रहे थे इस संबंध में जानकारी लेने के लिए कई बार खंड शिक्षा अधिकारी से फोन से संपर्क करने के लिए प्रयास किया गया लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी ए.के. सिंह का फोन रिसीव नहीं हो सका।
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