बंगाल में खत्म होगी डॉक्टरों की हड़ताल, कोलकाता सीपी विनीत गोयल समेत चार अफसर हटाए गए
कोलकाता कांड को लेकर अनशन पर गए जूनियर डॉक्टरों की सोमवार को सीएम ममता बनर्जी के साथ बैठक हुई। यह मीटिंग मुख्य सचिव द्धारा डॉक्टरों को भेजे गए निमंत्रण के बाद हुई। इस बैठक में डॉक्टरों के साथ चल आ रहा गतिरोध खत्म हो गया। सीएम ने चार अधिकारियों को हटाने के आग्रह को मान लिया।
कोलकाता (आरएनआई) कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप मर्डर के बाद हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों की मांगों को ममता बनर्जी ने मान लिया है। ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल समेत चार अफसरों को हटाने पर सहमत हो गई हैं। मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा भेजे गए पांचवें निमंत्रण के बाद डॉक्टरों की सीएम के साथ बैठक हुई। इसमें 37 दिन लंबा गतिरोध टूटा। मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित आवास पर दाे घंटे तक बैठक चली। इसके बाद मीटिंग के मिनट्स तैयार किए। देर रात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया की मौजूदगी में गतिरोध खत्म होने और चार अफसरों को हटाने का ऐलान किया। बैठक में डीजीपी राजीव कुमार मौजूद रहे। इससे पहले मुख्यमंत्री और जूनियर डॉक्टरों की चार बार बैठक नहीं हो पाई थी। डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने पर पश्चिम बंगाल में स्थास्थ्य सेवाएं पटरी पर आएंगी।
डॉक्टरों की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद तय हुआ है कि कोलकाता पुलिस के कमिश्नर विनीत गोयल और डिप्टी कमिश्नर (उत्तरी डिवीजन) अभिषेक गुप्ता आईपीएस को भी हटाया जाएगा। कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल आईपीएस को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद मंगलवार शाम 4 बजे के बाद हटाया जाएगा। नए पुलिस कमिश्नर कल शाम 4 बजे के बाद कार्यभार संभालेंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की मांग के आधार पर डीएमई, डीएचएस को हटाने की घोषणा की। पश्चिम बंगाल ने डॉक्टरों के साथ गतिरोध खत्म करने के कुल चार अधिकारियों को हटाने की घोषणा की। इनमें कोलकाता पुलिस कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर (उत्तरी डिवीजन), डीएमई और डीएचएस शामिल हैं। डॉक्टरों के साथ सीएम की यह बैठक तब हो पाई थी। जब राज्य सरकार के मुख्य सचिव ने उन्हें मीटिंग के मिनट्स देने का वादा किया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले एक महीने से हड़ताल करे रहे जूनियर डॉक्टरों के साथ सोमवार को बातचीत हुई। सीएम के साथ डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल की दो घंटे बातचीत चली। यह मीटिंग सीएम के कालीघाट निवास पर हुई। डॉक्टर शाम साढ़े छह बजे वहां पहुंचे और करीब पौने 10 बजे मीटिंग खत्म हुई। इसके बाद मीटिंग के मिनट्स तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इससे पहले राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने पश्चिम बंगाल 'जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट' को 'ईमेल' भेजा था। ईमेल में पंत ने जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधियों को सीएम ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर आने को कहा था। पंत ने लिखा है कि ये पांचवीं और अंतिम बार है जब हम आपको मुख्यमंत्री से चर्चा करने बुला रहे हैं ताकि खुले मन से वार्ता हो सके। पंत ने साफ किया है कि इस मीटिंग को लाइव स्ट्रीम नहीं होगी और न ही वीडियोग्राफी होगी। पंत ने लिखा है कि मीटिंग के मिनट्स डॉक्टरों के प्रतिनिधियों से साझा किए जाएंगे। पिछली बार कालीघाट पर डॉक्टरों से सीएम की बातचीत नहीं हो पाई थी।
आरजी कर अस्पताल मामले में गतिरोध को सुलझाने के लिए जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल शाम 6:20 बजे कालीघाट पहुंचा। स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर अपने धरना स्थल से बैठक के लिए रवाना होने से पहले प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने कहा कि बैठक का विवरण रिकॉर्ड करने के लिए उनके साथ दो पेशेवर स्टेनोग्राफर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपनी पांच मांगों से कम पर नहीं मानेंगे, जो वे पहले ही सरकार के समक्ष रख चुके हैं। चिकित्सकों ने लेडी डॉक्टर रेप मर्डर के बाद सबूतों को ‘नष्ट’ करने के लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने और उन्हें सजा देने की मांग की है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने; कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के इस्तीफे, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहतर सुरक्षा और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ‘धमकी की संस्कृति’ को समाप्त करने की भी मांग की है।
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