'बंगाल को विभाजित करने की चुनौती देती हूं', विधानसभा में भाजपा पर क्यों भड़कीं ममता बनर्जी
विधानसभा से बाहर आने के बाद भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि आज हम विधानसभा में चर्चा करना चाहते थे। विपक्ष को बोलने के लिए 60 मिनट दिया गया, लेकिन भाजपा की सूची में सुमन कांजीलाल का नाम शामिल कर दिया।
कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि उन्होंने दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में भारत-भूटान नदी आयोग के गठन की मांग की। विधानसभा में जब कटाव नियंत्रण और बाढ़ शमन पर चर्चा हो रही थी, इस दौरान बंगाल सीएम ने इसकी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बंगाल के दो जिलों और बिहार के कुछ जिलों को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने की कुछ भाजपा नेताओं की मांग का भी विरोध किया। उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मैं बंगाल को विभाजित करने की चुनौती देती हूं।
भाजपा ने सोमवार को विधायक के तौर पर कटाव नियंत्रण और बाढ़ शमन पर चर्चा के लिए सुमन कांजीलाल का नाम शामिल किए जाने के विरोध में पश्चिम बंगाल विधानसभा से वॉकआउट कर गए। भाजपा नेता संकर घोष ने बताया कि कांजीलाल जिन्हें अलीपुर से भाजपा विधायक बनाया गया है, वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गई हैं। इसका विरोध करते हुए घोष ने स्पीकर बिमान बनर्जी से कहा कि भाजपा विधायक दल ने चर्चा में शामिल होने के लिए उनका नाम नहीं दिया था। स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि उन्होंने चर्चा में भाग लेने के लिए कांजीलाल का नाम शामिल करने की अनुमति दे दी है। इसपर भाजपा विधायकों ने नारे लगाते हुए विधानसभा से वॉकआउट किया।
विधानसभा से बाहर आने के बाद भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा, "आज हम विधानसभा में चर्चा करना चाहते थे। विपक्ष को बोलने के लिए 60 मिनट दिया गया, लेकिन भाजपा की सूची में सुमन कांजीलाल का नाम शामिल कर दिया। वह एक ऐसे नेता हैं, जो भाजपा का हिस्सा ते, लेकिन बाद में वह टीएमसी में शामिल हो गए। भाजपा की सूची में टीएमसी नेता का नाम कैसे शामिल किया गया? स्पीकर हमें सुनने को ही तैयार नहीं हैं। यह विधानसभा विपक्ष की है।" भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2
What's Your Reaction?