फिलीपींस: 'ICGS समुद्र पहरेदार' का विदेश मंत्री ने किया दौरा
कहा- इस क्षेत्र में आज भी दिखाई देती है सभ्यता की छाप
मनीला (आरएनआई) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय तटरक्षक जहाज समुद्र पहरेदार का दौरा किया। यह एक विशेष प्रदूषण नियंत्रण पोत है, जो ईएएन देशों में विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में फिलीपींस में मनीला खाड़ी में है। उन्होंने कहा कि सभ्यता की छाप भारत की लंबी और विशिष्ट समुद्री परंपरा आज भी इस क्षेत्र में दिखाई देती है। आईसीजी जहाज तीन दिवसीय यात्रा पर 25 मार्च को मनीला खाड़ी पहुंचा।
अपने संबोधन के दौरान जयशंकर ने कहा कि मेरी यात्रा और जहाज की मौजूदगी भारत-फिलीपींस के गहरे होते संबंधों का प्रतीक है। आज, हमारी एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक विजन ने इसे और अधिक समकालीन रूप दिया है। उन्होंने कहा कि एक और उल्लेखनीय विकास इंडो-पैसिफिक समुद्री डोमेन जागरूकता पहल है, जिसके दोनों देश सदस्य हैं, जिसका उद्देश्य समुद्री गतिविधियों और मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर सहयोग को बढ़ावा देना है।
मनीला में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि आसियान के साथ हमारा सहयोग उन प्रयासों का एक महत्वपूर्ण पहलू है। हमने आसियान-भारत समुद्री अभ्यास की शुरुआत भी देखी है। समुद्री यात्रा करने वाले राष्ट्रों के रूप में यह हमारे बीच एक मजबूत द्विपक्षीय बंधन है।
फलीपींस दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत की एक लंबी और प्रतिष्ठित समुद्री परंपरा है, जिसकी सभ्यतागत छाप अभी भी इस क्षेत्र में दिखाई देती है। गौरतलब है कि जयशंकर, जो अपने तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण में फिलीपींस में हैं, ने मनीला में जहाज के बंदरगाह कॉल के दौरान भारतीय तट रक्षक जहाज 'समुद्र पहरेदार' की अपनी यात्रा के दौरान यह टिप्पणी की।
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि जहाज विशेष समुद्री प्रदूषण नियंत्रण उपकरण एक चेतक हेलीकॉप्टर से भी लगा है, जिसे गिराए गए तेल को रोकने और पुनर्प्राप्त करने और ऑपरेशन को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने पहले दिन में कहा था कि आईसीजी जहाज 25 मार्च से 12 अप्रैल तक ईएएन देशों - फिलीपींस, वियतनाम और ब्रुनेई - में विदेशी तैनाती पर है।
Follow the RNI News channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2Xp81Z
What's Your Reaction?