फर्जी अभिलेखों से आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने पाई नौकरी, मुकदमा दर्ज
बेनीगंज [हरदोई] (आरएनआई) सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर टड़ियावां की तत्कालीन बाल विकास परियोजना अधिकारी इंदू वर्मा, लिपिक रामलखन राठौर व बसेन की आंगनबाड़ी कार्यकत्री पर फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाने के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता सनी की शिकायत पर एसडीएम न्यायिक तान्या सिंह ने जांच की थी। बेनीगंज की प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रतिमा पांडेय ने बेनीगंज कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
मिली जानकारी के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता सनी कुमार वर्मा ने फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी पाने वाली पुष्पा देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री की शिकायत जिला प्रशासन से की थी। साक्ष्य के आधार पर हुई शिकायत की जांच उपजिलाधिकारी न्यायिक सदर तान्या सिंह ने की। आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुष्पा देवी ने फर्जी शैक्षिक अभिलेख के आधार पर वर्ष 2009 में विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से नौकरी पाई थी। उन्होंने शैक्षिक अभिलेख व पहचान पत्र अभिलेखों का दुरुपयोग किया। जांच में शिकायत सही पाई गई जिसमें तत्कालीन नियुक्ति अधिकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी व लिपिक की संलिप्तता पाई गई।
जिला प्रशासन के निर्देश पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री बसेन पुष्पा देवी, तत्कालीन प्राधिकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी इंदु वर्मा व लिपिक रामलखन राठौर के खिलाफ गंभीर धाराओं में बेनीगंज कोतवाली में मामला दर्ज किया गया। इस कार्रवाई से बाल विकास पुष्टाहार विभाग में हड़कंप मच गया। विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण काफी संख्या में कार्यत्रियां फर्जी शैक्षिक अभिलेखों, पहचान पत्र व मानकों को ताक पर रखकर सेवाएं दे रही हैं। अगर सही तरीके से जांच हो जाए तो काफी संख्या में कार्यकत्रियों की नियुक्ति फर्जी पाई जा सकती है। शासन-प्रशासन की अनदेखी से बाल विकास पुष्टाहार विभाग खुद कुपोषित है। आंगनबाड़ी केंद्र कागजों पर चल रहे हैं। सरकार की मंशा प्री-नर्सरी हवा-हवाई साबित हो रही है।
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