पेडहथा की आंगनवाड़ी सहायिका ने नौकरी के लिए कागजों में घटाई 18बर्ष से ज्यादा की उम्र, मां बेटे की उम्र में बचा 4साल का अन्तर
हरदोई (आरएनआई) आधुनिक भारत में नौकरी का लालच कितना है इसकी बानगी हरदोई जिले के विकास खण्ड शाहाबाद के गांव पेडहथा में दिखाई दी है। उक्त गांव निवासी विनोद कुमार मिश्र पुत्र रामेश्वर ने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत संख्या40015524038092भेजकर नौकरी के लालच की पोल पट्टी खोल कर रख दी है। अपनी शिकायती पत्र के माध्यम से विनोद ने बताया कि मेरी ग्राम पंचायत में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्र पर सहायिका रामबेटी पत्नी स्व. रामसरन कार्यरत हैं।इस सहायिका ने नौकरी के लिए कागजों में हेरफेर कर अपनी उम्र इतनी घटाई कि इसकी उम्र और इसके बड़े बेटे की उम्र में महज 4साल का अंतर रह गया । राम बेटी के पुराने आधार संख्या 468939576799 मे जन्मतिथि 1जनवरी 1950 थी।जिसमे संशोधन के बाद 20दिसम्बर 1968हो गयी। जबकि रामबेटी के बड़े बेटे अशोक कुमार के आधार संख्या 354243147358मे 18अप्रैल 1972 दर्ज है।साथ ही हाईस्कूल प्रमाण पत्र में भी 18अप्रैल 1972 जन्मतिथि दर्ज है।माता व बेटे की उम्र का आंकड़ों की दृष्टि से देखा जाए तो मात्र 4साल का अन्तर ही निकल कर आ रहा है। आंगनवाड़ी सहायिका ने आंगनवाड़ी विभाग की दया पर अपनी उम्र को लगभग 19साल कम कराकर नौकरी प्राप्त कर ली है।मामले कि शिकायत करते हुए विनोद कुमार ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर आंगनवाड़ी सहायिका द्वारा कूटरचित दस्तावेज के आधार पर प्राप्त नौकरी समाप्त करने व प्राप्त मानदेय की रिकवरी कराने की मांग की है।मामले की जांच तहसीलदार शाहाबाद को सौंपी गयी है।
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