पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ की BJP में वापसी, 5 मंडल अध्यक्षों को पार्टी ने फिर किया शामिल
दमोह/भोपाल। विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने आज एक बड़ा फैसला लिया, दमोह क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले पूर्व वित्त मंत्री एवं वरिष्ठ नेता जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया का निलंबन समाप्त कर उनको वापस पार्टी में शामिल कर लिया। इसी के साथ पार्टी ने उन पांच मंडल अध्यक्षों को भी पार्टी में वापस शामिल कर लिया था जिन्हें सिद्धार्थ के साथ ही बाहर कर दिया था।
मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की आज भाजपा में घर वापसी हो गई। राजधानी भोपाल में आज सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सिद्धार्थ ने पार्टी की सदस्यता ली। सिद्धार्थ के साथ ही पार्टी ने निलंबित किये गए पांच मंडल अध्यक्षों की भी घर वापसी करा दी। पार्टी में शामिल होने के बाद सिद्धार्थ ने कहा- “पार्टी का आभार कि मुझे दोबारा मौका दिया।”
गौरतलब है कि 2021 में हुए विधानसभा उप चुनाव में पार्टी ने मलैया परिवार को छोड़कर राहुल सिंह को दमोह से पार्टी प्रत्याशी बनाया था जिसमें उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन से 17000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था, इस हार के लिए राहुल सिंह ने मलैया परिवार को जिम्मेदार ठहराया था।
राहुल ने मलैया परिवार पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का गंभीर आरोप लगाया था जिसके बाद पार्टी संगठन ने बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ नेता जयंत मलैया को नोटिस जारी किया था और उनके बेटे सिद्धार्थ और पांच मंडल अध्यक्षों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था।
वरिष्ठ नेता जयंत मलैया को नोटिस और उनके बेटे सिद्धार्थ सहित पांच मंडल अध्यक्षों के निलंबन के बाद दमोह में पार्टी को बहुत नुकसान हुआ, हालांकि ये कयास लगातार लगाये जा रहे थे कि निलंबन वापस होगा और सभी की घर वापसी होगी लेकिन ज्यादा समय बीत जाने के बीच नगर पालिका चुनाव के दौरान सिद्धार्थ मलैया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ही इस्तीफा दे दिया, उनके कई समर्थकों ने भी उनके साथ भाजपा छोड़ दी।
सिद्धार्थ के समर्थकों ने TSM नामक पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ा और पांच प्रत्याशी पार्षद पद का चुनाव भी जीत गए जिसका परिणाम ये हुआ कि दमोह में भाजपा की नगर पालिका परिषद् नहीं बन पाई और कांग्रेस ने मौका मार लिया, यहाँ हार के बाद हटा नगर पालिका में भाजपा का कब्ज़ा चला गया यहाँ भी कांग्रेस काबिज हो गई, दमोह जिला पंचायत में भी भाजपा हार गई।
दमोह में लगातार हार से भाजपा प्रदेश संगठन ने इसका चिंतन मनन किया और फिर मलैया परिवार के प्रभाव को याद कर फैसला लिया, दो दिन पहले दमोह पहुंचे प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि पुराने कार्यकर्ताओं की जल्दी घर वापसी होगी और हम दमोह सीट फिर से जीतेंगे।
मुरलीधर राव के इस संकेत के बाद तय हो गया था कि सिद्धार्थ और उनके साथी पांच मंडल अध्यक्षों की घर वापसी जल्दी होगी।
आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव,संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में सिद्धार्थ को फिर से भाजपा में शामिल किया गया। सिद्धार्थ के साथ ही पार्टी ने निलंबित किये गए पांच मंडल अध्यक्षों की भी घर वापसी करा दी। माना जा रहा है कि अब उन कार्यकर्ताओं की भी जल्दी ही भाजपा में घर वापसी होगी जिन्होंने नगर पालिका चुनाव के दौरान पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
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