पूर्व मंत्री के नाती पर 25 हजार का इनाम घोषित, गैर जमानती वारंट जारी
पूर्व मंत्री के नाती ने शादी से मना करने पर युवती और उसके पिता को कार से कुचलकर जान लाने का प्रयास किया गया। इस मामले पीड़ितों द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद आरोपी फरार है। पुलिस ने उसे दबोचने के लिए 25 हजार का इनाम घोषित किया है।
आगरा (आरएनआई) आगरा में पूर्व मंत्री के पौत्र दिव्यांश पर बुधवार को 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही गैर जमानती वारंट भी पुलिस ने ले लिए हैं। इसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दबिश भी तेज हो गई हैं। दो टीम को लगाया गया है। एक टीम आगरा से बाहर आरोपी की तलाश में लगी है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि गैर जमानती वारंट ले लिए गए हैं। पुलिस टीम ने दबिश दी थी। मगर, वो नहीं मिला। इस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। अगर, आरोपी पकड़ा नहीं जाता है तो उस पर इनामी राशि को बढ़ाया जाएगा।
पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के पौत्र दिव्यांश ने बेटी को कार से कुचलने का प्रयास किया। पुलिस 10 दिन में भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी। मोदी-योगी की सरकार में आज मेरी बेटी के साथ ऐसा हुआ, कल किसी और के साथ होगा। यह कहना है पीड़ित जूता कारोबारी का। वह पूर्व मंत्री के पौत्र की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
पीड़ित ने बुधवार को समाज के महिला-पुरुषों के साथ बैठक की। इस दौरान तीन दिन में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर सड़क पर आंदोलन करने का एलान किया। बैठक में महिलाओं ने नारेबाजी भी की। 15 अप्रैल को ऋषि मार्ग, शाहगंज में घर के बाहर जूता कारोबारी और उनकी बेटी को कार से कुचलने की कोशिश की गई थी। आरोप पूर्व मंत्री के पौत्र दिव्यांश चौधरी पर है। केस थाना शाहगंज में दर्ज है।
वारदात को 10 दिन हो चुके हैं। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी तो दूर गैर जमानती वारंट तक नहीं ले सकी है। मंगलवार को पीड़िता ने एक्स पर पोस्ट कर न्याय की गुहार लगाई थी। बुधवार को जयपुर हाउस स्थित महाजन भवन में पंजाबी समाज की महिला और पुरुषों ने पीड़ित परिवार के साथ बैठक कर आंदोलन की बात कही।
पंजाबी विरासत के कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि आरोपी सामान्य परिवार से होता तो तत्काल कार्रवाई होती। इस मामले में आरोपी को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने की वजह से कुछ नहीं हो रहा है। आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी कहते हैं कि महिलाएं सुरक्षित हैं। मगर, यह आगरा में देखने के लिए नहीं मिल रहा है। पुलिस 3 दिन में गिरफ्तार नहीं करती है तो सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
पीड़ित कारोबारी ने कहा कि उनका परिवार सात दशक से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा है। बाबा संघ के पदाधिकारी रहे हैं। इसके बाद भी अन्याय हो रहा है। अगर, ऐसा ही होता रहा तो भाजपा को वोट देने पर विचार करेंगे। अगर, उनके परिवार को कुछ होता है तो इसके लिए पूर्व मंत्री और उनका परिवार ही जिम्मेदार होगा।
महाजन भवन में पीड़ित परिवार की प्रेसवार्ता के दौरान पंजाबी समाज की महिलाएं भी आई थीं। उन्होंने न्याय दो, न्याय दो... के नारे लगाएं। बोली कि पंजाबी समाज वोट देता है। सांसद और मंत्री बनते हैं। मगर, मंत्री बनकर उनकी बेटियों पर ही हावी हो जाते हैं। पीड़ित कारोबारी का कहना है कि आरोपी पूर्व मंत्री का पौत्र है। रसूखदार है। पुलिस के साथ भी उठता-बैठता था। इस कारण पुलिस सुस्त चाल चल रही है।
हत्या की कोशिश में आरोपी पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह का पौत्र दिव्यांश कोर्ट पहुंच गया है। उसने सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किया है। इसमें उसने खुद को निर्दोष बताया है। कहा कि उसने कोई अपराध नहीं किया है। उन्होंने कोई टक्कर नहीं मारी और न ही प्रयास किया। वह व्यापारी का इकलौता पुत्र है। उसकी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से झूठा फंसाया गया है। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 26 अप्रैल की तिथि सुनिश्चित की है।
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