पूर्व पालिका अध्यक्ष व उनके गैंग के उत्पीड़न के चलते व्यापारी शहर छोड़ने को हुआ मजबूर? लगाए गंभीर आरोप?
हाथरस-- भाजपा के पूर्व पालिका अध्यक्ष की अध्यक्षी जाने के बाद वैश्य समाज के लोगों का कर रहे उत्पीड़न और उनकी जमीनों पर कब्जा करवाने का कर रहे प्रयास शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी ने प्रेस वार्ता कर बताई उनके द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न की कहानी और लगाए गंभीर आरोप।
आपको बता दें थाना हाथरस गेट क्षेत्र के केला फॉर्म्स के मालिक और शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी आशीष बंसल के द्वारा केला फॉर्म्स में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जहां पत्रकारों को जानकारी देते हुए व्यापारी के द्वारा बताया गया कि आज से वर्षों पूर्व उनके द्वारा एक जमीन खरीदी गई थी जिसमें से लगभग 15-16 बीघा जमीन पर उनके द्वारा कब्जा ले लिया गया था और लगभग 6 बीघा जमीन खाली पड़ी है जिस पर भाजपा के पूर्व पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा और उनके गैंग लक्ष्मी पन्ना पेड़े वाली फर्म के मालिक रामेश्वर शर्मा, विमल प्रधान, और लंबू पंडित, हरिशंकर उर्फ भूरा पहलवान की नियत खराब हो गई है, और वह मुझ व्यापारी की जमीन को अपनी बताने लगे तथा दबंगई से उस पर कब्जा करने का प्रयास करने लगे जबकि उक्त जमीन के मालिकाना हक के उक्त आरोपी लोग आज तक कोई कागज नही दिखा पाए है जब उनकी दबंगई सफल नहीं हो पाई तो उनके द्वारा पिछले 2 वर्ष से उनकी अनर्गल शिकायतें प्रशासनिक अधिकारियों से की जाने लगी जो अधिकारियों की जांच में झूठी पाई गई, आरोपियों के द्वारा उन्हें परेशान करने की नीयत से न्यायालय में एक झूठा वाद भी दायर किया गया जो माननीय जज के द्वारा मिथ्या पाये जाने पर तत्काल खारिज कर दिया गया। जब उक्त गैंग के उत्पीड़न का कोई भी बार कामयाब नही हुआ तो उनके द्वारा 23 सितंबर को मुझ व्यापारी के केला फॉर्म्स का 6 बीघा जमीन की तरफ निकला हुआ गेट दबंगई से जबरन तोड़ दिया जब मुझ व्यापारी के द्वारा विरोध किया गया तो मेरे खिलाफ उक्त लोगों ने थाने में तहरीर दे दी और जब हम थाना हाथरस गेट में पहुंचे तो पुलिस के सामने उनके साथ अभद्रता करते हुए तरह-तरह से धमकाया जाने लगा। पीड़ित व्यापारी के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के प्रमुख अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि वह पिता के टाइम से ही भाजपा के कार्यकर्ता रहे जनसंघ से लेकर भाजपा पार्टी से जुड़े हुए है,भाजपा के हर कार्यक्रम में उनके द्वारा बढ़ चढकर भाग लिया गया है और पूर्ण सहयोग किया गया है, उसके बावजूद भी कुछ कथित भाजपाइयों के द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है, अगर मुझे उक्त लोगों के उत्पीड़न से बचाकर भय मुक्त नहीं किया गया तो उन्हें भी, पूर्व में शहर छोड़ चुके व्यापारियों की तरह हाथरस शहर छोड़ कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन व प्रदेश के बड़े अधिकारी इस मामले में कैसे दूध का दूध और पानी का पानी करके पीड़ित व्यापारी का उत्पीड़न होने से रोकते हैं?
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