पुलिस हिरासत में मौत पर भड़के राहुल गांधी, कहा- ऐसी घटनाएं शर्मनाक, बढ़ावा दे रही भाजपा सरकार
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने भाजपा शासित मध्य प्रदेश में इस घटना को शर्मनाक बताया और सरकार को आड़े हाथ लिया।
नई दिल्ली (आरएनआई) मध्य प्रदेश पुलिस की हिरासत में युवक की मौत के मामले में राहुल गांधी ने कहा है कि यह घटना शर्मनाक है। कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा, घटना निंदनीय है जिसे मौजूदा राजनीतिक शासन बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हाशिए पर पड़े समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि हिरासत में मौत का मामला सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इस मामले में न्यायिक जांच चल रही है। इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कमजोर तबके का व्यवस्थित तरीके से उत्पीड़न किया जा रहा है।
देवास में दलित युवक की मौत के मामले में राहुल ने भाजपा की विचार धारा पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने एक अन्य भाजपा शासित राज्य ओडिशा की घटना का भी जिक्र किया। ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटे जाने की घटना का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, दोनों भाजपा शासित राज्यों में हुई घटनाएं शर्मनाक हैं। ऐसी घटनाएं सरकार की शह के बिना संभव नहीं है।
राहुल गांधी ने कांग्रेस की तरफ से पूरी ताकत से इन घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाए जाने का आश्वासन भी दिया। अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में राहुल ने कहा कि देश के बहुजनों के साथ ऐसे बर्बरतापूर्ण व्यवहार किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा और इंसाफ दिलाने के लिए पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेगी।
मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवास में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई। मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने मामले में थाना प्रभारी आशीष राजपूत की गंभीर लापरवाही मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। देवास जिले के सतवास थाने में मुकेश पिता गबुलाल हरिजन निवासी ग्राम मालगांव 35 वर्ष की संदिग्ध मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रताड़ना एवं मारपीट की वजह से मौत हुई है। परिजनों की मांग है कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाएं उसके बाद शव का परीक्षण कराएंगे।
राहुल से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने भी राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं। दुष्कर्म हो रहे हैं। इससे पहले भी कई मामले सामने आए जहां पुलिस हिरासत में मौत हुई। पटवारी के मुताबिक इसी साल अगस्त में खंडवा जिले के पंधाना थाने में 30 वर्षीय आदिवासी धर्मेंद्र दांगोड़े की हिरासत में मृत्यु हुई। उन्होंने अक्तूबर 2023 में कटनी रेलवे पुलिस थाने में 55 वर्षीय दलित महिला और उनके पोते से मारपीट और सितंबर 2024 में राजगढ़ जिले में दलित युवक पर पुलिसकर्मियों की तरफ से थर्ड डिग्री आजमाने की कथित घटना का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ऐसे जंगलराज के लिए राज्य के गृह मंत्री जिम्मेदार हैं।
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