पीएम मोदी ने जिन चार वर्ग को साधा, 'प्रजा दरबार' ने वहीं से शुरू की सियासत
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार से राज्य के लिए एक नई परिपाटी की शुरुआत की। इसके तहत रेड्डी ने प्रजा दरबार लगना शुरू किया। इस दरबार में पहुंचने वाले प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं के लिए एक डिजिटल कंप्लेंट रजिस्टर तैयार किया गया है।
तेलंगाना, (आरएनआई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन चार वर्गों का जिक्र कर आने वाले लोकसभा चुनावों की नींव रखी अब उन्हीं को साधते हुए कांग्रेस ने 'प्रजा दरबार' की शुरुआत कर दी है। यह शुरुआत फिलहाल तेलंगाना में बनी कांग्रेस की नई सरकार के साथ हुई है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार से युवाओं, महिलाओं, गरीब और किसानों के लिए सीएम हाउस में प्रजा दरबार लगना शुरू कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने आने वाले लोकसभा चुनावों के मुद्दों को भी इसी प्रजा दरबार के माध्यम से आगे बढ़ने की योजना बनाई है। इसके लिए जल्द ही कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों की ओर से की जा रही जनयोजनाओं के क्रियान्वयन की पूरी रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाएगी । इस संबंध में इसी महीने एक बड़ी बैठक आयोजित की जानी है। सियासी गलियारों में अनुमान यही लगाया जा रहा है कि INDIA गठबंधन में भी इन्हीं चुनावी मुद्दों के साथ आगे की रणनीति तैयार की जा सकती है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार से राज्य के लिए एक नई परिपाटी की शुरुआत की। इसके तहत रेड्डी ने प्रजा दरबार लगना शुरू किया। इस दरबार में पहुंचने वाले प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं के लिए एक डिजिटल कंप्लेंट रजिस्टर तैयार किया गया है। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता बताते हैं कि इस रजिस्टर में दर्ज शिकायत को एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री के पास फॉलोअप रिपोर्ट देने के लिए अधिकारियों की पूरी टीम को तैनात किया गया है। फिलहाल कांग्रेस पार्टी अपनी नीतियों में 'प्रजा दरबार' के माध्यम से गरीब, महिलाएं, युवा और किसानों पर विशेष फोकस किया है। तेलंगाना में ऐसा करके कांग्रेस एक बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश भी कर रही है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते कुछ दिनों में गरीब महिला युवा और किसानों पर फोकस करते हुए अपनी सरकार की नीतियों को आगे बढ़ाने का बड़ा रोडमैप और खाका खींचा है। इसलिए कांग्रेस धीरे से अपने राज्यों में इसी वर्ग के लोगों पर फोकस करते हुए योजनाओं को अमल मिलने का उदाहरण पेश करना चाहती है।
राजनीतिक जानकार और वरिष्ठ पत्रकार शांतनु मुरलीधर कहते हैं कि अगर कांग्रेस इस नैरेटिव को सेट करने में कामयाब होती है तो वह अपने एक बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ सकती है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरीके से जातिगत समीकरणों के अलावा गरीब, महिला, किसान और युवाओं पर फोकस किया है वह सभी समुदायों को जोड़ता है। अगर कांग्रेस तेलंगाना में शुरू हुए प्रजा दरबार के माध्यम से इन चार वर्गों पर फोकस करके योजनाओं को आगे बढ़ाती है तो एक बड़ा संदेश होगा। पत्रकार शांतनु कहते हैं कि कांग्रेस भले ही तीन राज्यों में चुनाव हार गई हो लेकिन वोट प्रतिशत के लिहाज से बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इसलिए अगर इन्हीं वर्गों के हिसाब से जातिगत समीकरणों को साधने में सफल होती है तो लड़ाई में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से आ सकती है।
तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एलएस राव कहते हैं कि उनकी सरकार तेलंगाना में 'जनता की सरकार' बनेगी। वजह है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने प्रजा दरबार की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री भवन का नाम प्रगति भवन से बदलकर ज्योतिरावफुले प्रजा भवन कर दिया है। राव कहते हैं उनकी पार्टी ने पहले दिन से ही दिव्यांग महिलाओं को नौकरी देने की गारंटी को अमल में लाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं का मानना है कि अपने तीन राज्यों की सरकारों की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ही वह लोकसभा चुनाव के मैदान में और बेहतर कर सकेंगे। इसके लिए बाकायदा तीनों राज्यों में तैयार किए गए घोषणा पत्र की योजनाओं को जमीन पर उतारना प्राथमिकता में शामिल है। फिलहाल तेलंगाना में जिस तरीके से नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने 'प्रजाला राज्यम' के तौर पर शुरू की है उससे कांग्रेस पार्टी को बड़ी उम्मीदें नजर आ रही हैं।
तेलंगाना में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पार्टी आलाकमान ने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। इस दौरान तय हुआ है कि दोनों राज्यों में जनता के किए गए वादों और उन पर हुए अमल की एक रिपोर्ट तैयार की जाए। ताकि इन दोनों राज्यों की रिपोर्ट के आधार पर लोकसभा चुनाव का पूरा रोड मैप तैयार किया जा सके। इसमें कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में लागू की गई उन योजनाओं का पूरा सार होगा जो जनता के लिए किए गए वादों के साथ सियासी मैदान में रखा गया था। सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने इस संबंध में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ही दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पूरी तैयारी करने का निर्देश भी दिया है।
कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेता वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि INDIA गठबंधन में कांग्रेस पार्टी के तैयार किए गए चुनावी मुद्दे अगर रखे जाते हैं तो वह प्रभावी होंगे। हालांकि, विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA की बैठक में कांग्रेस के चुनावी मुद्दों की चर्चा होनी तय मानी जा रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस जिस तरीके से बेरोजगारों, महिलाओं, किसानों, बुजुर्गों और युवाओं समेत सभी वर्ग के लिए योजनाएं लेकर चुनावी मैदान में उतरी थी, वह महत्वपूर्ण है।
तेलंगाना में उनकी पार्टी में हर युवा बेरोजगार को चार हजार रुपए महीने देने के साथ-साथ बुजुर्गों के लिए पेंशन स्कीम में भी इतनी ही रकम की व्यवस्था की है। इसके अलावा महिलाओं को ढाई हजार रुपए और किसानों को पंद्रह हजार रुपए पेंशन देने की भी महत्वपूर्ण गारंटी शामिल है। इसके साथ-साथ महिलाओं को बस में फिर यात्रा कृषि श्रमिकों को बारह हजार वार्षिक और 10 लाख के हेल्थ इंश्योरेंस की गारंटी शामिल है। कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा मुद्दा बनी हुई है।
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