'पीएम के आगे झुकते हैं, मेरे आगे तनते हैं', राहुल ने स्पीकर पर साधा निशाना
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सोमवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और स्पीकर ओम बिरला पर जमकर हमले किए।
नई दिल्ली (आरएनआई) संसद सत्र के दौरान सोमवार का दिन हंगामे भरा रहा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने भाजपा पर हिंसा और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि बीते 10 वर्षों से संविधान और भारत की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है।
कांग्रेस सांसद ने कहा, "आज सुबह मैं आया। (रक्षामंत्री) राजनाथ सिंह ने मुस्कराकर मुझे नमस्ते किया। पीएम (नरेंद्र) मोदी बैठे रहे, कोई मुस्कराहट नहीं..सीरियस। नमस्ते भी नहीं करते कि कहीं मोदी जी न देख लें, नहीं समस्या हो जाएगी। यह कहानी (केंद्रीय मंत्री) नितिन गडकरी की भी है।" इस बीच विपक्ष की ओर से शोर हुआ तो राहुल ने कहा कि अयोध्या को छोड़िए ये तो भाजपा वालों को भी डराते हैं।
प्रधानमंत्री ने खड़े होकर कहा, लोकतंत्र ने यह सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए। यह सुनकर सत्ता पक्ष के सदस्य हंसने लगे। इसके बाद राहुल गांधी उठे और उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने भाजपा पर डर का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा, यात्रा के दौरान एक महिला मेरे पास आई। उन्होंने कहा, मुझे मार रहा है। मैंने पूछा-कौन मार रहा है? इस पर उन्होंने मुझे से कहा- मेरा पति मार रहा है, क्योंकि महंगाई की वजह से मैं खाना नहीं खरीद पाई। उन्होंने कहा कि महंगाई की वजह से हजारों महिलाओं को पीटा जा रहा है।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, मुझ पर हमला किया गया। प्रधानमंत्री के आदेश पर मेरे खिलाफ 20 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। दो साल की सजा दई गई। मुझसे 55 घंटे तक पूछताछ की गई। मैं भाजपा और आरएसएस को बताना चाहता हूं कि हमने किन विचारों का उपयोग भारत की अवधारणा की रक्षा करने के लिए किया है। राहुल गांधी ने सदन में भगवान शिवशंकर का चित्र दिखाया और कहा, शिवजी कहते हैं कि डरो मतो-डराओ मत। उन्होंने कहा कि संविधान और भाजपा के विचारों का विरोध करने वाले करोड़ों लोगों पर हमला किया गया है। कई लोगों पर निजी तौर पर हमला किया गया। कई नेताओं को जेल में डाला गया।
उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर भी निजी हमला बोला। उन्होंने कहा, आप जब पीएम मोदी से हाथ मिलाते हैं तो झुक जाते हैं, लेकिन मुझसे मिलने के दौरान सीना तानकर खड़े होते हैं। लोकसभा स्पीकर को निष्पक्ष होना चाहिए। इस पर स्पीकर ने जवाब दिया, मेरे संस्कार सिखाते हैं कि बड़ों के आगे झुककर बात करनी चाहिए। समान उम्र के लोगों के साथ बराबर का व्यवहार रखना चाहिए। प्रधानमंत्री सदन के नेता हैं। मेरे संस्कार सिखाते हैं कि बड़ों के आगे झुककर नमस्कार करो। जरूरी हो तो पैर छूकर सम्मान करो। वहीं, अपने बराबर के और छोटे लोगों से बराबरी का व्यवहार करो।
इस पर राहुल गांधी चुप नहीं हुए और उन्होंने कहा, भले ही प्रधानमंत्री बड़े हैं, लेकिन लोकसभा में आप स्पीकर हैं। मैं और पूरा विपक्ष आपके आगे झुकेगा। स्पीकर पर निजी हमला बोलने पर सत्ता पक्ष के सांसदो ने विरोध जताया। राहुल ने राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, सुबह राजनाथ सिंह जी मिले थे और उन्होने मुस्कराकर मेरा हालचाल लिया। अब जब सदन में बैठे हैं तो गंभीर हैं। ऐसा इसलिए कि नरेंद्र मोदी के आगे मुझसे बात करने से डरते हैं। ऐसा ही हाल नितिन गडकरी जी का भी है। ये लोग पूरे देश में डर फैलाते हैं। इन्होंने पार्टी के अंदर भी डर कायम रखा है।
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