पीएम कुसुम योजना से कम हुई सिंचाई की लागत:  अशोक रावत

Oct 22, 2024 - 19:29
Oct 22, 2024 - 19:30
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पीएम कुसुम योजना से कम हुई सिंचाई की लागत:  अशोक रावत

हरदोई ( आरएनआई)विकास खण्ड कछौना में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजना एवं सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजनान्तर्गत आज विकास खण्ड स्तरीय कृषक जागरूकता गोष्ठी/प्रदर्शनी का आयोजन विकास खण्ड कछौना में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि सासंद  अशोक रावत एवं विशिष्ट अतिथि  रामपाल वर्मा, विधायक, बालामऊ एवं अशोक अग्रवाल  सदस्य विधान परिषद द्वारा अधिकारियों के साथ गोष्ठी का शुभारम्भ किया गया। मुख्य अतिथि ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि  प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के सम्मान में चलायी जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत किसानों के खाते प्रतिवर्ष छः हजार रूपये सीधे खाते में भेजी जा रही है। जनपद में 05 अक्टूबर को मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा 655000 किसानों के खाते में 18वी किस्त भेजी गयी। किसानों की सिंचाई लागत को कम करने के लिए कृषि प्रधानमंत्री कुसुम (सोलर पम्प) द्वारा 60 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पम्प स्थापित किये जा रहे है जिसकी बुकिंग ऑनलाइन कृषि विभाग के पोर्टल पर की जा सकती है। दैवीय आपदा से फसल क्षतिपूर्ति हेतु किसान भाई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत अपनी फसल का बीमा करा सकते है।  रामपाल वर्मा, विधायक द्वारा किसानों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए अनेकों योजनायें चलायी जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा कृषकों को उच्च गुणवत्तायुक्त फसलों के बीज निशुल्क मिनीकिट्स एवं 50 प्रतिशत अनुदान के माध्यम से बीज उपलब्ध कराये जा रहे है तथा 80 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत अनुदान पर सभी प्रकार के कृषि यंत्र भी उपलब्ध उपलब्ध कराये जा रहे है।  अशोक अग्रवाल, सदस्य विधान परिषद ने कहा कि किसान प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में चलायीं जा रही योजना का लाभ प्राप्त करते हुए अपनी फसल की पैदावार बढ़ाये । किसान भाई अपना किसान क्रेडिट कार्ड अवश्य बनवाये जिससे वह अपनी खेती किसानी के लिए 04 प्रतिशत ब्याज पर ऋण प्राप्त सकते है। डा० नन्द किशोर, उप कृषि निदेशक ने किसानों को विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल बीमा योजना, सोलर पम्प योजना प्रमाणित बीज पर अनुदान योजना, कृषि यंत्रो पर अनुदान की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होने ने किसानों को एनपीके खाद के प्रयोग करने की सलाह दी तथा अपील की अपनी फसलों में सन्तुलित मात्रा में उवर्रक का प्रयोग करें। उन्होने किसानों से विशेष अपील की कि फसल अवशेष / पराली कदापि न जलाये। फसल अवशेष जलाने से मृदा ताप में वृद्धि होती है, जिसके कारण मृदा के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक दशा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पादप अवशेषों में लाभदायक मित्र कीट जलकर मर जाते है, जिसके कारण वातावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। किसान भाई पराली निस्तारण हेतु खेत की सिंचाई करने के उपरान्त 01 एकड क्षेत्रफल् में 10 किग्रा0 यूरिया का छिडकाव कर खेत जुताई करने से फसल अवशेष / पराली खेत में सड़कर मिट्टी में मिल जाते है, जिससे भूमि की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। किसान भाई अपने खेत के फसल अवशेष / पराली को नजदीकी गौशालओं में दो ट्राली दान देकर वहाँ से अपने खेत के लिए 01 ट्राली उपयोगी गोबर की खाद प्राप्त सकते है। डा० पंकज नौटियाल, प्रधान वैज्ञानिक के०वी० के० सण्डीला ने किसानों को फसलों की लाइन से बुवाई करने की सलाह दी और बताया कि किसान भाई अपनी फसल की प्रथम सिंचाई 21 दिन बाद करें। उन्होने किसानों को जैविक खेती एवं गौ आधारित प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गयी।

उपरोक्त की तरह विकास खण्ड बेहदर में दिनांक 22 अक्टूबर को विकास खण्ड स्तरीय कृषक  जागरूकता गोष्ठी/प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें सुरेश कुमार वर्मा, मण्डल अध्यक्ष, बीजेपी एवं सुधाकर सिंह, अध्यक्ष गौरक्षा कार्यकारणी द्वारा गोष्ठी में भाग लिया गया। गोष्ठी में किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। किसानों को फसल अवशेष प्रबन्धन के बारे में बताया गया। किसान को फसलों से सम्बन्धित कीट एवं रोग नियंत्रण एवं आगामी रबी सीजन में उगाई जाने वाली फसलों के लिए खेत की तैयारी के सम्बन्ध में चर्चा की गयी।


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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)