पाकिस्तान के वरिष्ठ विपक्षी नेता फवाद चौधरी गिरफ्तार
पाकिस्तान के अधिकारियों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। कुछ घंटे पहले ही चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष इमरान खान को गिरफ्तार करने की सरकार की कथित योजना के खिलाफ उसकी सार्वजनिक निंदा की थी।
इस्लामाबाद, 25 जनवरी 2023, (आरएनआई)। पाकिस्तान के अधिकारियों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। कुछ घंटे पहले ही चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष इमरान खान को गिरफ्तार करने की सरकार की कथित योजना के खिलाफ उसकी सार्वजनिक निंदा की थी।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी फवाद के खिलाफ पाकिस्तान के चुनाव आयोग के सचिव की शिकायत पर कोहसर थाने में मामला दर्ज किया गया और इसके बाद लाहौर स्थित उनके आवास से उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
पार्टी नेता फर्रुख हबीब ने ट्वीट किया, ‘‘यह आयातित सरकार पागल हो गयी है।’’
पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कुछ वीडियो भी डाले गये जिनमें पुलिस की गाड़ियां दिखाई दे रही हैं और पार्टी ने दावा किया कि पुलिस चौधरी को गिरफ्तार कर ले जा रही है।
चौधरी (52) को इन अटकलों के बीच गिरफ्तार किया गया है कि सरकार पीटीआई के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर सकती है।
इन अटकलों के बाद खान के लाहौर स्थित जमान पार्क आवास पर फवाद समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता जमा हो गये थे।
चौधरी की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है जहां इमरान खान के नेतृत्व में विपक्ष मध्यावधि चुनाव कराने की मांग कर रहा है।
पाकिस्तान में आम चुनाव अगस्त में होने हैं। हालांकि, खान आकस्मिक चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
फवाद के भाई फैसल चौधरी के हवाले से डॉन अखबार ने लिखा, ‘‘उन्हें सुबह 5:30 बजे चार कारों के काफिले में उनके घर के बाहर से ले जाया गया। इन गाड़ियों पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी।’’
उन्होंने कहा कि परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि इस समय फवाद को कहां रखा गया है। फैसल ने कहा, ‘‘हमें उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की भी कोई जानकारी नहीं दी जा रही।’’
प्राथमिकी में कहा गया है कि फवाद ने खान के आवास के बाहर एक भाषण में चुनाव आयोग को धमकी दी और कहा, ‘‘जो लोग (पंजाब में) कार्यवाहक सरकार में शामिल होते हैं, उनका पीछा तब तक नहीं छोड़ा जाएगा जब तक उन्हें सजा नहीं मिल जाती।’’
बाद में इस्लामाबाद पुलिस ने ट्वीट किया कि फवाद ने एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ हिंसा भड़काने और जनता की भावनाओं को भड़काने की कोशिश की।
पुलिस ने कहा कि कानून के हिसाब से मामला चलेगा।
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