पहले तीन चरण की तरह इस बार भी कम मतदान, अंतिम आंकड़ों में 2019 के मुकाबले कितना घटेगा अंतर?
पहले चरण में 66.14%, दूसरे चरण में 66.71% और तीसरे चरण में 65.68% वोटिंग दर्ज की गई है। 2019 के मुकाबले तीनों चरणों में इस बार कम वोटिंग हुई। चौथे दौर में जिन 96 सीटों पर मतदान हुआ उनमें 2019 में 69.12% मतदान हुआ था।
नई दिल्ली (आरएनआई) लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया का चौथा चरण आज पूरा हो गया। इसके साथ ही कुल 378 सीटों के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। वहीं, गुजरात की सूरत सीट से भाजपा उम्मीदवार का निर्विरोध निर्वाचन तय हो चुका है। सोमवार को 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 96 सीटों पर मतदान हुआ। मतदान के साथ ही कुल 1717 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई।
अब तक के चुनावों में मत प्रतिशत चर्चा का बड़ा विषय रहा है। विपक्ष ने चुनाव आयोग पर देरी से वोटिंग के आंकड़े देने का आरोप लगाया जिसका आयोग ने खंडन किया है। वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि विपक्ष ने तीन चरणों में हार मान ली है।
आइए जानते हैं कि चौथे चरण में कहां कितनी सीटों पर मतदान हुआ? चौथे चरण में जहां वोट डाले गए वहां 2019 में नतीजे कैसे थे? पिछले चुनाव में इन सीटों पर कहां कितनी वोटिंग हुई थी? चरण-वार मतदान के आंकड़े क्या कहते हैं? 2019 में तुलना में इस बार कैसे मतदान हो रहा है?
चौथे दौर में आंध्र प्रदेश की सभी 25, तेलंगाना की सभी 17, उत्तर प्रदेश की 13 और महाराष्ट्र की 11 सीटों पर वोट डाले गए। इसके अलावा पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश की आठ-आठ, बिहार की पांच, झारखंड और ओडिशा की चार-चार और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर भी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
चौथे दौर में जिन 96 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें 2019 में सबसे ज्यादा 42 सीटों पर भाजपा जीती थी। इसके बाद आंध्र प्रदेश की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के 22 सांसद चुनकर संसद पहुंचे थे। इसी तरह बीआरएस ने नौ और कांग्रेस ने छह सीटें जीती थीं।
चौथे दौर में जिन 96 सीटों पर मतदान हुआ उनमें 2019 में 69.12% मतदान दर्ज किया गया था। राज्यवार आंकड़े देखें तो 2019 में पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर कुल 82.88% वोटिंग हुई थी। वहीं जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर महज 14.43% लोगों ने वोट किया था। सीटवार आंकड़े देखें तो आंध्र प्रदेश की बापतला सीट पर सबसे ज्यादा 86.47% वोटिंग हुई थी। वहीं जम्मू कश्मीर की श्रीनगर सीट पर मात्र 14.43% लोगों ने मतदान किया था।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 102 सीटों के लिए वोट डाले गए थे। 2019 में इन 102 सीटों 69.96 फीसदी वोट पड़े थे जबकि इस बार 66.14% मतदान हुआ है। दूसरे दौर में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर मतदान हुआ था। पिछले चुनाव में इन 88 सीटों पर कुल 70.09 फीसदी मतदान हुआ था जबकि इस बार का आंकड़ा 66.71% रहा। यहां ध्यान देने वाली बात है कि मणिपुर की बाहरी मणिपुर लोकसभा सीट के 15 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था, जबकि अन्य 13 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में मतदान कराया गया था।
11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर तीसरे चरण का मतदान हुआ था। इन 93 सीटों पर 2019 में कुल 66.89% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था जबकि इस बार 65.68% वोटिंग हुई।
10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 सीटों पर चौथे चरण में मतदान हुआ। इन 96 सीटों पर 2019 में कुल 69.12 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं, इस बार शाम पांच बजे तक 62.31 फीसदी मतदान हो चुका है। अंतिम आंकड़े अभी आना बाकी है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कई तरह के अभियान चलाए। इसके बाद भी इस चरण में भी मतदान का प्रतिशत बहुत ज्यादा बढ़ता हुआ नहीं दिख रहा है।
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