पंजाबी में ली सांसद पद की शपथ, 50 मिनट परिवार से मुलाकात के बाद वापस डिब्रूगढ़ जेल गया अमृतपाल
नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत अमृतपाल करीब सवा साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अमृतपाल ने जेल से ही लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत गए। पहली बार वह पैरोल पर सिर्फ शपथ लेने के लिए ही बाहर आए थे।
चंडीगढ़ (आरएनआई) खडूर साहिब के सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने बतौर सांसद शपथ ले ली है। शुक्रवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की मौजूदगी में उनके चैंबर में अमृतपाल ने पंजाबी में शपथ ली। इसके बाद उन्हें परिवार से मिलवाया और उसके बाद वापस डिब्रूगढ़ जेल ले जाया गया।
खडूर साहिब से सांसद बने अमृतपाल को शपथ दिलाने के लिए उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल से कड़ी सुरक्षा में दिल्ली पहुंचाया गया था। सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में दिल्ली में उनके ठहरने का इंतजाम था। दोपहर करीब 12.30 बजे दिल्ली और पंजाब पुलिस के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी सुरक्षा के बीच अमृतपाल को संसद भवन लाया गया। जहां अमृतपाल ने स्पीकर ओम बिरला के चैंबर में शपथ ली।
शपथ के बाद पिता, चाचा और भाई से अमृतपाल की मुलाकात कराई गई। परिवार की ओर से 8 लोगों से मुलाकात करने का पत्र दिया था, लेकिन सुरक्षा टीमों ने केवल तीन लोगों को ही मिलने की अनुमति दी। यह मुलाकात करीब 50 मिनट की रही। इसके बाद दोपहर दो बजे के करीब सुरक्षा टीमें अमृतपाल को दोबारा डिब्रूगढ़ जेल के लिए लेकर रवाना हो गईं।
वारिस पंजाब दे प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के शपथ लेने पर परिवार और समर्थकों ने खुशी जताई। खडूर साहिब में अमृतपाल के समर्थकों ने मिठाई बांटी। शपथ के बाद सांसद अमृतपाल की मां बलविंदर कौर ने कहा कि मैं खडूर साहिब की जनता को इसके लिए बधाई देती हूं। पिता तरसेम सिंह ने कहा कि कई समर्थक मुलाकात के लिए दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया। चार दिन की पैरोल होने के बावजूद शाम को उनके बेटे को डिब्रूगढ़ जेल के लिए रवाना कर दिया गया।
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