न्यायालय के आदेश को प्रशासन कर रहा है जानबूझकर अनदेखा
न्यायालय के आदेश 722 के सम्पूर्ण रकबे में कब्जा व अतिक्रमण से यातायात के सुचारू आवागमन का स्थायी निराकरण में लापरवाही, आदेश का पालन नही, अवमानना के प्रकरण में कम्प्लाइन्स में सिर्फ 5 दिन शेष
गुना। न्यायालय में अतिक्रमण व कब्जा से लगने वाले जाम को लेकर 722 रकबे पर न्यायालय ने फेसला दिया है, जिसपर अमल न करने पर आदेश की अवहेलना पर न्यायालय के आदेश की अवमानना की कार्यवाही चल रही है। जिसपर आज तक कुछ नही किया गया है।
जिसमे अब ये बात निकल कर आ रही है कि प्रशासन और उनके मातहत विभाग न्यायालय के आदेश को गम्भीरता से नही ले रहे है ओर झूठी आवेदन देकर न्यायालय को सिर्फ गुमराह कर रहे है।
जनहित में प्रकरण न्यायालय में चलने के वाद आदेश हुआ है तो उस पर भी लापरवाह अधिकारी उस आदेश को खेल समझ रहे है, जिससे फरियादी नवीन मोदी व अन्य को न्याय से वंचित रहना पड़ रहा है।
जबकि प्रकरण में पूर्व हुई पेसी में प्रशासन की ओर नियुक्त oic के आवेदन को अवमानना प्रकरण में सिविल जेल के आवेदन की सुनवाई के चलते निरस्त करते हुए, न्यायालय ने सख्त चेतावनी देकर नियत पेसी पर आदेश का परिपालन कर परिपालन रिपोर्ट 01:04:2023 प्रस्तुत करने नियत की है।
What's Your Reaction?