नेहरू युवा केन्द्र,हाथरस द्वारा स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म दिवस के अवसर पर दिनांक 12 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह का आयोजन किया
हाथरस (आरएनआई) नेहरू युवा केन्द्र,हाथरस द्वारा स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म दिवस के अवसर पर दिनांक 12 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक राष्ट्रीय युवा दिवस सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिला युवा अधिकारी दिव्या शर्मा एवं लेखाकार एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर ऊषा सक्सेना ने बताया इस सप्ताह के तहत दिनांक 13 जनवरी सादाबाद में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन, 14 जनवरी को सहभागिता दिवस पर निबन्ध प्रतियोगिता मुरसान में, 15 जनवरी को सभी युवा मण्डलों द्वारा सहपऊ के गॉव सल्हैपुर चंदवारा में सफाई अभियान का आयोजन 16 जनवरी को खेलकूद प्रतियोगिता सहपऊ में 17 जनवरी को सर्वधर्म प्रार्थना सभा एवं विचार गोष्ठी सहपऊ के गांव सल्हैपुर चंदवारा में, 18 जनवरी को दक्षता कौशल दिवस के अवसर पर प्रदर्शनी का सादाबाद में आयोजन 19 जनवरी को समापन समारोह एवं पुरूस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जायेगा।
इस सप्ताह के शुभारम्भ के अवसर पर दिनांक 12 जनवरी 2023 को नेहरू युवा केन्द्र, हाथरस द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में एक विचार गोष्ठी एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, जिला मंत्री शीलेन्द्र गौड, डा. ऋचा गुप्ता प्राचार्य डायट, ऊषा सक्सेना, डा. राजेश कुमार, डा. गणेश, डा. पाटील, प्रधानाचार्य सेकसरीया सुशीला देवी पब्लिक स्कूल, प्रिया वर्मा, राजकिशोर, चरनजीत सिंह, अर्चना सिंह आदि उपस्थिति रहे। नेहरू युवा केन्द्र की लेखा एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर ऊषा सक्सेना द्वारा सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत 25 युवाओं को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया गया। अखिलेश कुमार यातायात प्रभारी ने युवाओं को यातायात नियमों की जानकारी देकर युवाओं को प्रशिक्षित किया। 25 युवाअ दिनांक 17.01.2024 तक विभिन्न चौराहों पर जाकर लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देंगे। प्रशिक्षण में सहाने आलम, अवनीश कुमार एवं देवेन्द्र सिंह भी उपस्थिति रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी एवं सभी अतिथियों द्वारा मां सरस्वती एवं युवाओं के प्ररेणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के छविचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके पश्चात् सामूहिक नृत्य, सभी प्रतिभागियों ने मनमोहक प्रस्तुती दी, एकल नृत्य प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी-अपनी प्रस्तुती दी।
जिलाध्यक्ष ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द एक ऐसे संत थे जिनका रोम-रोम राष्ट्रभक्त से ओतप्रोत था। उनके चिंतन का केन्द्र बिन्दु राष्ट्र था उन्होने कभी राजनीति में भाग नहीं लिया किन्तु उनके कर्म और चिंतन की प्रेरणा से हजारों ऐसे कार्यकर्ता तैयार हुए जिन्होने राष्ट्ररथ को आगे बढाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
डायट प्राचार्य डा. ऋचा गुप्ता ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी जी के विचारों में वह क्रान्ति और तेज है जो सारे युवाओं को नई चेतना से भर दे। किसी भी देश के युवा उसका भविष्य होते हैं उन्हीं के हाथों में देश की उन्नति की बागडोर होती है आज जहॉ चारों ओर भ्रष्टाचार, बुराई एवं अपराध का बोलबाला है ऐसे में देश की युवा शक्ति को जागृत करना और उन्हें देश के प्रति कर्त्तव्यों का बोध कराना आवश्यक है।
वक्ता के रूप में डा. राजेश कुमार जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे उन्होने कहा था कि उठो जागो और तब तक मत रूको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो। स्वामी जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में कलकत्ता में एक कायस्थ परिवार में हुआ था स्वामी विवेकानन्द भारतीय संस्कृति एवं हिन्दू धर्म के प्रचारक-प्रसारक थे स्वामी विवेकानन्द जी ने भारतीय युवाओं में स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की।
डा. राजकिशोर यादव ने मेरा भारत विकसित भारत पर युवाओं को जानकारी देते हुए कहा कि विकसित भारत@2047 का उद्देश्य आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। यह दृष्टिकोण आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं को सम्मिलित करता है। डा. गणेश डी. पाटील प्रधानाचार्य एस.एस.डी. पब्लिक स्कूल ने महत्वपूर्ण सोच, संचार कौशल, रचनात्मकता, स्वयं सीखना आदि विषयों के बारे में युवाओं को जानकारी दी।
ऊषा सक्सेना ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने युवाओं को संगठित होकर रहने, चरित्रवान बनने के उपदेश दिये वे युवाओं को राष्ट्र का प्राण मानते थे उन्होने कहा कि युवाओं को स्वामी जी के बताये आदर्शों को अपनाना चाहिए जिससे युवाओं का मानसिक एवं चारित्रिक विकास हो। स्वामी ने कहा था कि हमें निःस्वार्थ होकर कार्य करना चाहिए स्वामी जी निःस्वार्थता को ईश्वर प्राप्ति का साधन मानते थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका चरणजीत सिंह एवं प्रिया वर्मा ने भूमिक निभाई। कार्यक्रम का संचालन स्वयं सेवक महेश कुमार ने किया।
सांस्कृति प्रतियोगिता में सामूहिक नृत्य में प्रथम स्थान रिया सिंह एण्ड टीम, द्वितीय स्थान गीतका मेहर एण्ड टीम एवं तृतीय स्थान वंदना एण्ड टीम ने प्राप्त किया। एकल नृत्य में प्रथम स्थान नेह सागर, द्वितीय स्थान सुनीता पाठक ने प्राप्त किया। सभी विजयी प्रतिभागियों को शील्ड एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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