नेपाल के सीमाई क्षेत्रों पर कब्जा कर रहा विस्तारवादी चीन
तिब्बती पठार की एक पहाड़ी पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमर रहे का नारा लिख दिया है। चीन की सेना दबाव डाल रही है कि नेपाली गांवों में निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की तस्वीरें न लगाएं। यही नहीं, वह इन क्षेत्रों में कैमरों से नजर रख रहा है।
न्यूयॉर्क (आरएनआई) श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, भूटान समेत कई अन्य छोटे व अल्प विकसित देशों को अपने चंगुल में करने वाले विस्तारवादी चीन की नजरें अब नेपाल पर हैं। वह नेपाल के हुमला जिले के कई क्षेत्रों में अतिक्रमण कर रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि चीन ने उनके इलाके में कंटीले तार और कांक्रीट की इमारतें खड़ी कर दी हैं।
तिब्बती पठार की एक पहाड़ी पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमर रहे का नारा लिख दिया है। चीन की सेना दबाव डाल रही है कि नेपाली गांवों में निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की तस्वीरें न लगाएं। यही नहीं, वह इन क्षेत्रों में कैमरों से नजर रख रहा है। हुमला के निवासियों का आरोप है कि चीन की पुलिस और सीमा रक्षक सामान्य आव्रजन प्रक्रियाओं से गुजरे बिना नियमित रूप से नेपाल में प्रवेश करते रहते हैं। वे जातीय तिब्बती नेपालियों को डराते हैं। तिब्बत में जन्मे, पर नेपाल में रह रहे पेमा वांगमू लामा ने कहा कि चीन शक्तिशाली है। वह जो चाहे कर सकता है। एक दिन हिल्सा भी निगल गया तो कौन परवाह करेगा कि यहां क्या हो रहा है। चीन समर्थक मौजूदा ओली सरकार अपने यहां किसी भी तरह के अतिक्रमण को खारिज करती रही है। हालांकि क्षेत्र के पूर्व प्रांतीय मुख्यमंत्री जीवन बहादुर शाही ने कहा कि यहां चीन की नई महान दीवार खड़ी हो गई है, लेकिन वे नहीं चाहते हैं कि हम इसे देखें। हालांकि नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने कहा कि हमें तिब्बत के साथ सीमा पर कोई शिकायत नहीं मिली है।
हुमला के किनारे चीन की बाड़बंदी हजारों मील लंबे किलेबंदी नेटवर्क का सिर्फ एक हिस्सा है। इसे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार दूरदराज के इलाकों में विद्रोही आबादी को नियंत्रित करने और कुछ मामलों में दूसरे देशों के हिस्सों में अतिक्रमण के लिए करती है। कोरोना महामारी के दौरान तेज हुई किलेबंदी और दर्जनों नई सीमा बस्तियों की मदद से दूरदराज के इलाकों पर बीजिंग सीधे नियंत्रण में ले रहा है। चीन का यह रवैया गरीब व कमजोर पड़ोसियों पर भारी पड़ रहा है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने अपनी 2023 चीन सैन्य शक्ति रिपोर्ट में कहा कि चीन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अधिक खतरनाक, बलपूर्वक और उत्तेजक कार्रवाइयां की।
चीन की सीमा 14 अन्य देशों से भूमि के रास्ते मिलती है। शी के कार्यकाल के दौरान चीन अपनी क्षेत्रीय सीमाओं को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है। इसके चलते झड़पें और संघर्ष हो रहे हैं। वाशिंगटन में सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के चाइना पावर प्रोजेक्ट के फेलो ब्रायन हार्ट ने कहा कि शी के नेतृत्व में चीन ने विवादित क्षेत्रों में दावों को साबित करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिलीपीन जल के रूप में मान्यता प्राप्त पूर्वी समुद्री क्षेत्रों के पास चीन ने एक प्रवाल भित्ति को सैन्य अड्डे में तब्दील कर दिया। 2020 में भारत और चीन के दो दर्जन से अधिक सैनिक आमने-सामने की लड़ाई में मारे गए। दो साल बाद एक और सीमा संघर्ष में कई सैनिक घायल हुए।
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