नीट मामले में सीबीआई के पहले आरोप-पत्र में क्या? उम्मीदवारों, माता-पिता, इंजीनियर का आरोपियों में नाम
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि आरोप पत्र में कुछ छात्रों के माता-पिता के नाम भी शामिल हैं। जांच अभी चल रही है और अभी इस मामले में पूरक आरोप पत्र भी दाखिल किया जाएगा।
नई दिल्ली (आरएनआई) नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने जो पहला आरोप पत्र दाखिल किया है, उसमें उम्मीदवारों के साथ ही उम्मीदवारों के माता-पिता, इंजीनियर और पेपरलीक के सरगनाओं के नाम शामिल हैं। सीबीआई ने ये भी कहा कि अभी जांच चल रही है और इस मामले में एक पूरक आरोप पत्र (सप्लीमेंट्री चार्जशीट) भी दायर की जाएगी। पहली चार्जशीट (आरोपपत्र) में 13 आरोपियों के नाम हैं, जिनमें चार नीट उम्मीदवार, एक जूनियर इंजीनियर और पेपरलीक के दो सरगनाओं का नाम शामिल है।
नीट पेपरलीक मामले में सीबीआई के आरोप पत्र में नीतीश कुमार और अमित आनंद को सरगना बताया गया है, जबकि आरोपपत्र में चार अभ्यर्थियों के भी नाम हैं, जिनमें आयुष कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार शामिल हैं। साथ ही बिहार की दानापुर नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु का भी नाम भी आरोप पत्र में शामिल है। सभी 13 आरोपियों पर आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि आरोप पत्र में कुछ छात्रों के माता-पिता के नाम भी शामिल हैं। जांच अभी चल रही है और अभी इस मामले में पूरक आरोप पत्र भी दाखिल किया जाएगा।
जांच में खुलासा हुआ है कि नीट पेपर लीक का सरगना नीतीश कुमार इस साल की शुरुआत में बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में जेल भी जा चुका है। अमित आनंद मुंगेर के मंगल बाजार इलाके का निवासी है। अमित आनंद का एक सहयोगी आशुतोष कुमार है, जो जमुई का निवासी है, लेकिन फिलहाल पटना के राजीव नगर इलाके में रह रहा है। अमित आनंद के ही एक और सहयोगी रोशन कुमार का नाम भी आरोप पत्र में है। आरोप है कि रोशन कुमार ने ही छात्रों को पेपर खरीदने के लिए तैयार किया था। पटना के दानापुर के रहने वाले अनुराग यादव का भी नाम आरोपियों की सूची में है।
मेडिकल में प्रवेश के लिए कराई जाने वाली नीट परीक्षा में हुए कथित पेपर लीक को लेकर बीते दिनों देश में काफी हंगामा हुआ था और बड़ी संख्या में लोगों ने फिर से नीट की प्रवेश परीक्षा कराने की मांग की थी। विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर था और फिर से नीट परीक्षा कराने की मांग कर रहा था। मामला सुप्रीम कोर्ट गया और सुप्रीम कोर्ट ने माना कि परीक्षा के दौरान व्यवस्थागत खामियां नहीं हुईं और फिर से परीक्षा कराने से इनकार कर दिया।
नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। नीट प्रवेश परीक्षा में धांधली के आरोप में सबसे पहले पटना पुलिस ने 5 मई को मामला दर्ज किया था, जिसे बाद में 23 जून को सीबीआई को सौंप दिया गया। 5 मई तो हुई नीट परीक्षा में देशभर में 23 लाख छात्र शामिल हुए थे। अब तक नीट मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 15 आरोपियों को बिहार पुलिस ने पकड़ा था और अब तक इस मामले में 58 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया जा चुका है।
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