निरीक्षण में महिला चिकित्सक मिली अनुपस्थित, मांगा स्पष्टीकरण
निरीक्षण के दौरान मिली अव्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने के दिये निर्देश
मिल्कीपुर - अयोध्या। (आरएनआई) स्वास्थ्य महकमें की हकीकत जानने के लिए अपर निदेशक स्वास्थ्य मंडल अयोध्या डॉ पवन ने मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र स्थित सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के इमरजेंसी, ओ टी, पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे कक्ष, जरनल वार्ड सहित ओपीडी में डाक्टरों के मरीजों से व्यवहार को देखा। उन्होंने बाहर की दवाएं कतई नहीं लिखने की हिदायत दी। मरीजों को बैठने के लिए कुर्सियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश अस्पताल के सीएमएस को दिए। वहीं दूसरी ओर इतने बड़े अस्पताल में नियुक्त तीन महिला चिकित्सकों के न आने पर सवालिया निशान खड़ा रहा। इस पर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। जानकार सूत्रों के अनुसार संयुक्त चिकित्सालय में विगत वर्षों से तैनात महिला चिकित्सक डॉ आर्या, डॉ सोनम सिन्हा व डॉ शीला वर्मा के लगातार अनुपस्थित रहने पर अस्पताल आने वाली महिला मरीजों का इलाज अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स रेखा रावत के भरोसे चल रहा है। बताते चलें कि अस्पताल के 50 किलोमीटर के परिध में सुल्तानपुर, अमेठी व बाराबंकी क्षेत्र से आने वाली महिला मरीजों को महिला डॉक्टरों के अनुपस्थित होने पर बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है। प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक द्वारा सभी चिकित्सकों को अपने तैनाती अस्पताल में रहने केकड़ी निर्देश जारी किए गए हैं लेकिन उनका आदेश सौ शैय्या अस्पताल कुमारगजं के डॉक्टरों को कोई मायने नहीं रखता। सीएमएस रजत चौरसिया द्वारा दावा किया जाता है कि सभी जांचे अस्पताल में निशुल्क हो रही है, तो ऐसे में डॉक्टरों द्वारा बाहर की जांचे एवं दवाएं क्यों लिखी जा रही है। इतना ही नहीं अस्पताल के डॉक्टर अपने को बचाने के लिए प्राइवेट युवकों को रखकर उन्हीं से बाहर की दवाएं भी लिखवा रहे हैं। कभी भी अस्पताल में दर्जनों युवाओं को डॉक्टर के पास बैठा व वार्डों में घूमते हुए देखा जा सकता है। अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ पवन ने बताया कि जो डॉक्टर अस्पताल नहीं आ रहे हैं, उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा एवं विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर अस्पताल के सीएमएस डॉ रजत चौरसिया, डॉ संतोष कुमार सहित अन्य अस्पताल कर्मी मौजूद रहे।
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