नासिक के सभी एपीएमसी में प्याज की नीलामी गुरुवार से होगी शुरू
प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाए जाने का विरोध कर रहे व्यापारियों ने आंदोलन वापस लेने का फैसला किया है। व्यापारियों के एक प्रतिनिधि ने बुधवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री डॉ. भारती पवार के साथ बुधवार को यहां व्यापारियों-निर्यातकों और किसानों के प्रतिनिधियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
नई दिल्ली। (आरएनआई) महाराष्ट्र के नासिक जिले में सभी एपीएमसी में प्याज की नीलामी गुरुवार से फिर शुरू होगी। प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाए जाने का विरोध कर रहे व्यापारियों ने आंदोलन वापस लेने का फैसला किया है। व्यापारियों के एक प्रतिनिधि ने बुधवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री डॉ. भारती पवार के साथ बुधवार को यहां व्यापारियों-निर्यातकों और किसानों के प्रतिनिधियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक के बाद पवार ने यह भी कहा कि नासिक में व्यापारियों के एक प्रतिनिधि ने बैठक में सूचित किया कि वे कृषि उपज बाजार समितियों (एपीएमसी) में प्याज की नीलामी बंद करने के फैसले को वापस ले रहे हैं और वहां से परिचालन शुरू होगा। उन्होंने कहा, "40 प्रतिशत निर्यात शुल्क के बारे में हम केंद्र सरकार से पुनर्विचार करने और इस मुद्दे पर सकारात्मक निर्णय लेने का अनुरोध करेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री पवार नासिक के डिंडोरी से सांसद हैं। एशिया की सबसे बड़ी थोक प्याज मंडी के रूप में जानी जाने वाली लासलगांव एपीएमसी सहित नासिक में अधिकांश एपीएमसी में प्याज की नीलामी बंद कर दी गई है क्योंकि व्यापारी प्याज पर निर्यात शुल्क में वृद्धि के खिलाफ हैं।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कुछ 'राजनीतिक विरोधी' प्याज पर लगाए गए निर्यात शुल्क के बारे में गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से चिंता नहीं करने का आग्रह किया क्योंकि केंद्र ने अपने बफर स्टॉक के लिए 2,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद फिर से शुरू कर दी है।
गोयल ने कहा कि प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाने का निर्णय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए लिया गया है, लेकिन साथ ही केंद्र ने किसी भी घबराहट में बिक्री से बचने के लिए किसानों से अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज खरीदने का भी फैसला किया है।
नासिक जिला प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष खांडू देवरे ने बुधवार को यहां बैठक के बाद कहा, ''हमारी उचित मांग है कि केंद्र सरकार को प्याज पर कोई शुल्क लगाते समय व्यापारियों के बारे में सोचना चाहिए। व्यापारी किसानों के लिए बाधा उत्पन्न नहीं करते हैं। पवार ने व्यापारियों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है। नतीजतन, हम अपना आंदोलन वापस ले रहे हैं और कल से नासिक जिले में एपीएमसी में प्याज की नीलामी शुरू कर रहे हैं।" पवार ने कहा, ''आज जिला कलेक्ट्रेट में एक बैठक में देवरे ने सूचित किया कि व्यापारी एपीएमसी में प्याज की नीलामी बंद करने के फैसले को वापस ले रहे हैं और वहां परिचालन कल से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
एपीएमसी के साथ, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) की ओर से प्याज की खरीद जारी रहेगी। किसानों को अपनी इच्छा के अनुसार प्याज बेचने का निर्णय लेना होगा और जहां उन्हें अच्छी कीमत मिलेगी, वे वहां उसे बेच सकेंगे। किसानों का कल्याण केंद्र और राज्य सरकारों का अंतिम लक्ष्य है।
व्यापारियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और प्याज के निर्यात में उनका योगदान अच्छा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कलेक्टर को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (रायगढ़) और अन्य स्थानों पर फंसे व्यापारियों के कंटेनरों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, "सरकार इस बारे में फैसला करेगी और निश्चित तौर पर मदद मुहैया कराएगी।
उन्होंने कहा, "40 फीसदी निर्यात शुल्क पर हम केंद्र सरकार से सकारात्मक फैसला लेते हुए इसे कम करने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने देवरे से बुधवार को ही उन स्थानों पर प्याज की नीलामी शुरू करने की भी अपील की, जहां यह संभव है।
बैठक में जिला कलेक्टर जलज शर्मा, चंदवाड़ विधायक राहुल अहेर और नेफेड के अधिकारी उपस्थित थे। लासलगांव सहित जिले के लगभग सभी एपीएमसी में बुधवार को प्याज की नीलामी बंद रही, लेकिन लासलगांव एपीएमसी की विंचूर उप-समिति में नीलामी हुई।
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