नारायण मूर्ति के '70 घंटे काम' वाले बयान पर चिदंबरम ने कसा तंज, किस बात पर जताया ऐतराज?
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के वर्क वीक वाले बयान पर निशाना साधा है। मूर्ति ने पीएम मोदी का नाम लेकर कहा था कि वो 100 घंटे काम कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं। उन्होंने कहा था कि अगर हम अपने देश को आगे ले जाना चाहते हैं तो हमें भी मोदी की तरह काम करना होगा।
नई दिल्ली (आरएनआई) कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के एक बयान को लेकर तंज कसा है। दरअसल, नारायण मूर्ति ने कहा था कि देश को अगर आगे बढ़ना है तो त्याग की जरूरत है। उन्होंने 70 घंटे के कार्य सप्ताह की मांग की थी।
मूर्ति ने कहा था कि 1986 में भारत का छह दिन का कार्य सप्ताह होता था जिसे अब पांच दिन का कर दिया गया, जिससे वो निराश हैं। मूर्ति ने बार-बार 70 घंटे के कार्य सप्ताह की मांग की और कहा कि भारत के तेज विकास के लिए ये जरूरी है।
पिछले महीने एक कार्यक्रम में बोलते हुए मूर्ति ने पीएम मोदी का उदाहरण देते हुए कहा था कि वो 100 घंटे काम कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं। उन्होंने कहा था कि अगर हम अपने देश को आगे ले जाना चाहते हैं तो हमें भी मोदी की तरह काम करना होगा।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने मूर्ति से असहमति जताते हुए कहा कि लंबे समय तक काम करना अर्थहीन है और ध्यान दक्षता पर होना चाहिए।
चिदंबरम की टिप्पणी से पहले उनके पार्टी सहयोगी गौरव गोगोई ने भी मूर्ति के लंबे समय तक काम करने के समर्थन वाले बयान से असहमति जताई थी।
4 दिसंबर को अपने आधिकारिक हैंडल X पर पोस्ट करते हुए गोगोई ने लिखा था कि मैं भी कार्य-जीवन संतुलन पर नारायण मूर्ति के दृष्टिकोण से असहमत हूं। आखिरकार, जीवन क्या है, अपने बच्चों की देखभाल करना, उनके लिए खाना बनाना, उन्हें पढ़ाना, अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करना, जरूरत के समय अपने दोस्तों के लिए मौजूद रहना और यह सुनिश्चित करना कि आपका घर व्यवस्थित रहे।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2
What's Your Reaction?