नाजायज प्रतिबंधों का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कृषि उत्पादों और फसलों की बढ़ी कीमतों की भी बात की और कहा कि इस मुद्रास्फीति के प्रभाव ने गरीब देशों को दूसरों की तुलना में अधिक असुरक्षित बना दिया है।
अफ्रीका। (आरएनआई) दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में आयोजित ब्रिक्स बिजनेस फोरम में रूसी राष्ट्रपति पुतिन का पहले से रिकॉर्ड किया हुआ संदेश चलाया गया। जिसमें पुतिन ने कहा कि संप्रभु देशों की संपत्तियों को जब्त करने और नाजायज प्रतिबंधों के कारण अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित होती है। यह मुक्त व्यापार और आर्थिक जीवन के सभी बुनियादी मानदंडों और नियमों को कुचलने के समान है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कृषि उत्पादों और फसलों की बढ़ी कीमतों की भी बात की और कहा कि इस मुद्रास्फीति के प्रभाव ने गरीब देशों को दूसरों की तुलना में अधिक असुरक्षित बना दिया है। पुतिन ने आगे कहा कि मानदंड और नियम जो कुछ समय पहले तक अपरिवर्तनीय लगते थे.. संसाधन की कमी, बढ़ती बेरोजगारी और विश्व अर्थव्यवस्था की अन्य पुरानी समस्याओं का बढ़ना इसके प्रत्यक्ष परिणाम हैं। भोजन, बुनियादी कृषि उत्पादों और फसलों की कीमतें आसमान छू रही हैं और गरीब देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में, ब्रिक्स देशों ने आर्थिक वृद्धि और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए अपनी बातचीत और संयुक्त कार्य को आगे बढ़ाया है, जिसका ठोस परिणाम सामने आया है।
पिछले साल, अमेरिका ने जी7 देशों और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ मिलकर यूक्रेन में अत्याचारों के लिए रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। ऋण भुगतान करने के लिए अमेरिका में रूस के जमा धन को रोकने की अमेरिकी कार्रवाई के बाद दोनों देशों ने व्यापक वित्तीय प्रतिबंध लगाए थे। अमेरिका ने रूस के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान, सर्बैंक और रूस के सबसे बड़े निजी बैंक अल्फा बैंक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की था। इसके बाद अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से जुड़ी सर्बैंक और अल्फा बैंक की संपत्ति को जब्त कर लिया गया और अमेरिकी नागरिकों को उनके साथ व्यापार करने से रोक दिया गया। इसके अलावा अमेरिका ने रूसी संघ में नए निवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिसमें रूस में अमेरिकी नागरिकों द्वारा नए निवेश पर प्रतिबंध शामिल है, जिसका उद्देश्य रूस को वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग-थलग करना है।
दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अगस्त तक जोहानिसबर्ग में आयोजित किया जा रहा है। इस साल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का विषय है: 'ब्रिक्स और अफ्रीका: पारस्परिक रूप से त्वरित विकास, सतत विकास और समावेशी बहुपक्षवाद के लिए साझेदारी'।
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