नागर विमानन सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ ने बनाया गुणवत्ता नियंत्रण विभाग
अर्धसैनिक बल के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि आंतरिक गुणवत्ता नियंत्रण इकाई (आईक्यूसीयू) हवाई अड्डों पर विश्वस्तरीय प्रक्रियाओं और तकनीक को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी। इन एयरपोर्ट्स पर हर दिन लाखों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री यात्रा के लिए पहुंचते हैं।
नई दिल्ली (आरएनआई) केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) ने अपनी विमानन सुरक्षा गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एक इकाई स्थापित कर दी है। इसके जरिए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी ने अपनी विमानन सुरक्षा में परिचालन से जुड़ी दक्षता को बढ़ाने का मकसद रखा है। सीआईएसएफ इस वक्त देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों पर आतंक-रोधी सुरक्षा में तैनात है।
अर्धसैनिक बल के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि आंतरिक गुणवत्ता नियंत्रण इकाई (आईक्यूसीयू) हवाई अड्डों पर विश्वस्तरीय प्रक्रियाओं और तकनीक को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी। इन एयरपोर्ट्स पर हर दिन लाखों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री यात्रा के लिए पहुंचते हैं।
उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की यह पहल राष्ट्रीय नागर विमानन सुरक्षा गुणवत्ता नियंत्रण कार्यक्रम 2024 के तहत है। इस कार्यक्रम को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) और विमान (सुरक्षा) नियम, 2023 के तहत जारी किया गया था।
नागर विमानन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला बीसीएएस भारत के उड्डयन क्षेत्र के लिए सुरक्षा नीतियों को आकार देता है।
सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि नई इकाई देशभर में विमानन सुरक्षा प्रक्रिया और ट्रेनिंग में एकरूपता लाएगी। इसके साथ ही यह दुनियाभर में मौजूद तकनीकों के इस्तेमाल को भी प्रस्तावित करेगी। इनके जरिए सीआईएसएफ की सुरक्षा इकाइयों के आंतरिक ऑडिट और उनके प्रोटोकॉल पालन को तय किया जाएगा, जिससे सुधार के लिए कमियों को दूर करने में मदद मिलेगी।
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