नवादा में विस्थापितों की जिंदगी निराश, तीन माह पहले हुए थे बेघर, अब तक नहीं मिला आशियाना
नवादा में रजौली प्रखंड मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर हरदिया में इन दिनों ठंड से लड़ने के लिए 30 विस्थापित परिवार आग का सहारा ले रहे हैं, शीतलहर में खुले आसमान में रहने को विस्थापित परिवार विवश है.बता दे रजौली में हाई कोर्ट के आदेश पर हरदिया पंचायत के सेक्टर ए, बी और सी में विस्थापितों के नाम पर सरकारी भूमि का अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ बुलडोजर चला था. करीब 30 वर्षों से सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए घरों को जेसीबी चलाकर तोड़ दिया गया था. 125 परिवार हैं जिन्होंने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध मकान बना रखा है.उच्च न्यायालय के निर्देश पर अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया गया था. कई बार नोटिस देने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो अंत में प्रशासन को अतिक्रमण हटाना पड़ा था.इस ठंड से लड़ने के इन परिवार वालों के सिर पर छत भी नहीं है.वहीं विस्थापित परिवार के बच्चे और बुजुर्ग आग जलाकर इस ठंड में रात गुजारने को विवश है.
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