बारिश के बाद तबाही का मंजर: नदी-नाले उफान पर...45 घरों में घुसा गंदा पानी, बच्चे समेत चार बहे
नैनीताल (आरएनआई) कुछ दिनों की राहत के बाद मंगलवार देर रात से मौसम ने फिर करवट बदली। मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश बुधवार देर रात तक कभी हल्की तो कभी मूसलाधार रफ्तार से होती रही। कई जगह नदी-नाले और रपटे उफान पर आ गए। वहीं लगातार हो रही बारिश के कारण हल्द्वानी में 45 घरों में पानी घुस गया है। हल्द्वानी-रामनगर मार्ग पर चकलुवा के पास तेज बारिश के कारण पुलिया के पास सड़क का हिस्सा तीसरी बार बह गया। हल्द्वानी में एक बच्चा नाले में बह गया, उसका फिलहाल पता नहीं चल सका है। दमुवाढूंगा अंबेडकर पार्क के पास एक युवक बाइक समेत बह गया जिसे लोगों ने बचा लिया। कालाढूंगी में कार नाले में बह गई उसमें सवार दो लोगों को बमुश्किल बचा लिया गया। भीमताल में पहाड़ से पत्थर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा नैनीताल, भीमताल, रामनगर समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। जिला प्रशासन ने मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए बृहस्पतिवार को भी कक्षा एक से कक्षा 12 तक के सरकारी, गैर सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का आदेश जारी किया है।
शनि बाजार इंदिरानगर निवासी हसनैन यहां परिवार के साथ रहते हैं। बुधवार को हसनैन की पत्नी ने करीब शाम को 4:40 बजे आठ साल के बेटे रिजवान को चीनी लेने के लिए दुकान पर भेजा। मंगलवार रात से हो रही बारिश की वजह से नाला उफान पर था। बच्चा अचानक नाले में गिर गया। उसके नाले में गिरते ही पास में खड़े दो बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया। पास के दुकानदारों ने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी।
सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल और बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी टीम के साथ पहुंचे। बाद में फायर ब्रिगेड की टीम को भी बुला लिया गया। समाचार लिखे जाने तक बच्चे का कहीं पता नहीं चल पाया था। हालांकि शुरुआत में शोर मचाने वाले बच्चे अपना बयान बदलते रहे जिससे पुलिस और लोग संशय में रहे कि रिजवान डूबा है या नहीं।
उधर दमुवाढूंगा अंबेडकर पार्क का नाला भी उफान पर बह रहा था। शाम करीब छह बजे दमुवाढूंगा निवासी विजय अपनी बाइक से घर जा रहा था। नाला पार करने के दौरान पानी के तेज बहाव में वह बाइक सहित बह गया। मौके पर मौजूद लक्ष्मण, रिंकू, नीरज, अनिल, आशीष, रोहित कुमार आदि ने कूदकर विजय को बचाया। पानी कम होने के बाद रस्सियों के सहारे बाइक को भी निकाल लिया गया।
कालाढूंगी स्थित मेथी शाह नाले में तेज बहाव में एक कार बह गई। कार में सवार दो लोगों ने किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाई। वहीं कार बहने की सूचना से लोगों में खलबली मच गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बहती कार की लाइट जलने की वजह से सभी लोग परेशान थे कि आखिर कार सवारों को कैसे बचाया जाए। हालांकि थोड़ी पड़ताल के बाद पता चला कि कार में सवार लोग समय रहते ही कार से निकल चुके थे जिस पर पुलिस और लोगों ने राहत की सांस ली।
थानाध्यक्ष भगवान सिंह महर ने बताया कि कार में गदरपुर के दो लोग रियाज और रिजवान थे जो मौसम खराब होने की वजह से रिजॉर्ट की तलाश में निकले थे लेकिन मेथी शाह नाले में आए उफान में उनकी कार बहने लगी जिस पर उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई। नाले में बहाव तेज होने के कारण समाचार लिखे जाने तक कार को निकाला नहीं जा सका था।
भीमताल के ब्लॉक की ग्राम पंचायत उडियारी पल्लाधार में मंगलवार की शाम को जंगल में मवेशी चराते पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से लालराम (48) पुत्र बच्चीराम की मौत हो गई। खनस्यू थानाध्यक्ष रोहिताश सागर ने बताया कि शाम तक लालराम के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी। इस पर उनकी तलाश शुरू की गई। खोजबीन के दौरान लालराम जंगल में मृत अवस्था में मिले। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों की ओर से फिलहाल पुलिस को तहरीर नहीं सौंपी गई है।
चकलुवा के पास एक बार फिर नाले में आए तेज बहाव के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया। पुलिया के नीचे बनी बेस की दीवार भी बह गई है जिस कारण पुलिया की स्लैब दूसरी ओर को झुक गई। लोनिवि ने सड़क को यातायात के लिए बंद कर दिया है। लोनिवि अब यहां पर बैली ब्रिज बनाएगा।
बारिश के कारण जंगल से आए पानी के तेज बहाव ने चकलुवा के पास रामनगर-कालाढूंगी-हल्द्वानी मार्ग पर बनी पुलिया को भारी नुकसान पहुंचाया। पानी के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया। पुलिया के ऊपर बनी स्लैब भी दूसरी ओर को झुक गई है। सूचना पर लोनिवि के अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। क्रेन लगाकर पुलिया के स्लैब बचाने के लिए उसके नीचे लोहे का बेस लगाया गया है। लोनिवि के ईई अशोक कुमार ने बताया कि फिलहाल यहां पर बैली ब्रिज बनाया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि तीन दिन के अंदर सड़क को खोल दिया जाएगा।
पूर्व में दो बार इस पुलिया का बेस बह चुका है। पानी ने सड़क को भी नुकसान पहुंचाया था। लोनिवि ने कुछ दिन पूर्व ही सड़क और पुलिया को सही करके इसे यातायात के लिए खोला था। उधर ग्रामीणों का आरोप है कि लोनिवि को बीच में इतना समय मिला। इसके बाद भी लोनिवि सुरक्षा इंतजाम नहीं कर पाया। लोनिवि पहले ही सड़क के दोनों ओर चेक डेम या तार की बेरिकेडिंग बना देता तो आज पुलिया और सड़क को नुकसान नहीं पहुंचता।
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