धर्म की रक्षा हेतु हर युग में अवतरित होते हैं भगवान नारायण : पं. देवकीनंदन शर्मा (संगीताचार्य)
बरसाना।निकटवर्ती ग्राम आजनोंक स्थित ठाकुर श्रीअंजन बिहारी मन्दिर (इन्दुलेखा सखी) में संत प्रवर बिहारीदास महाराज की पावन स्मृति में चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ महोत्सव
के चौथे दिन भक्तों व श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण जन्म की कथा श्रवण कराते हुए प्रख्यात भागवत प्रवक्ता पंडित देवकीनंदन शर्मा (संगीताचार्य) ने कहा कि पृथ्वी पर जब-जब अधर्म बढ़ता है और धर्म की हानि होने लगती है,तब-तब अधर्म का नाश करने के लिए और धर्म की रक्षा व पुनःस्थापना के लिए भगवान नारायण पृथ्वी पर हर युग में अवतरित होते हैं।इसीलिए वे तारणहार कहे जाते हैं।
पंडित देवकीनंदन शर्मा (संगीताचार्य) ने भगवान के दिव्य स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने ब्रज में अवतार लेकर पूरब से लेकर पश्चिम तक धर्म की स्थापना के लिए समस्त राक्षसों का उद्धार कर जीव मात्र को सुख प्रदान किया।भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी समस्त लीलाओं के माध्यम से जीव को मानव धर्म व प्रेम का संदेश दिया।इसीलिए वे लीला पुरुषोत्तम कहे जाते हैं।
इस अवसर पर नंदोत्सव आयोजित किया गया।जिसने खेल-खिलौने, वस्त्र-आभूषण व अन्य वस्तुएं भी लुटायीं गईं।
महोत्सव में महंत दयालदास महाराज (ग्राम-बृजवारी), महंत वैष्णवदास महाराज,चेयरमैन पदम फौजी, वीरवल मास्टरजी, हरिसिंह प्रधान, सोनू पुजारी, पंडित नवल किशोर तिवारी,छीतरमल, डॉ. राधाकांत शर्मा, संगीतज्ञ कृष्ण मुरारी दीक्षित, आचार्य रामलाल शास्त्री, श्यामसुंदर ब्रजवासी, महेश,भगवान सिंह,चरण सिंह चौधरी, लालचंद्र, पूरन दादाबाबा,योगेश पटवारी (पूर्व प्रधान आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
What's Your Reaction?