धनंजय मुंडे के इस्तीफे में 80 दिन की देरी क्यों? सुप्रिया सुले ने उठाए सवाल, बोलीं- गृहमंत्री से करूंगी मुलाकात
एनसीपी एसपी नेता सुप्रिया सुले ने धनंजय मुंडे के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि जब बीड़ सरपंच हत्या मामले से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सरकार के पास पहले से थे तो उनके इस्तीफे में इतनी देर क्यों हुई। साथ ही सुले ने मामले की पारदर्शी जांच की मांग करते हुए कहा कि देशमुख की हत्या में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

मुंबई (आरएनआई) महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने मंगलवार को महाराष्ट्र कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में उनके सहयोगी वाल्मिक कराड को आरोपी बनाया गया था। जिसके बाद से ही धनंजय मुंडे विवादों में थे। विपक्ष की तरफ से उनपर और सरकार पर दवाब था। जिसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंडे को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा था। वहीं, अब मुंडे के इस्तीफे के बाद एनसीपी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले ने उनपर तंज कसा है। सुप्रिया सुले ने पूछा कि जब सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से संबंधित तस्वीरें और फुटेज सरकार के पास उपलब्ध थे, तो धनंजय मुंडे को महाराष्ट्र कैबिनेट से इस्तीफा देने में 80 दिन क्यों लगे?
सुले ने आगे कहा कि उन्हें तो पहले दिन ही इस्तीफा देना चाहिए था। क्या मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों ने हत्या की तस्वीरें नहीं देखीं? उन्होंने कल आपके और मेरे द्वारा देखी गई तस्वीरों से पहले ये तस्वीरें देखी होंगी। अगर उन्होंने ये तस्वीरें देखी हैं, तो मुंडे को इस्तीफा देने में 80 दिन क्यों लगे? बारामती से सांसद सुले ने दावा किया कि हत्या से संबंधित तस्वीरें और फुटेज सामने आने के बाद से राज्य के लोग निराश और सदमे में हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि वह इस मामले पर चर्चा करने के लिए पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने का समय मांग रही हैं।
सुले ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया, भाजपा विधायक सुरेश धास और एनसीपी (सपा) सांसद बजरंग सोनवणे बीड जिले में 100 से अधिक संदिग्ध मौतों के बारे में बात कर रहे हैं। इन मौतों की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच होनी चाहिए। जो 100 लोग लापता हैं, उनकी फाइलें खोली जानी चाहिए और उनके परिवारों को न्याय मिलना चाहिए। एनसीपी (सपा) नेता ने कहा कि वह और पार्टी के अन्य सांसद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उन्हें स्थिति से अवगत कराएंगे। इस दौरान सुले ने मामले की पारदर्शी जांच की मांग करते हुए कहा कि देशमुख की हत्या में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
इससे पहले मंगलवार को इस्तीफे की खबर आने के बाद फडणवीस ने कहा कि मुंडे ने अपना इस्तीफा मुझे सौंप दिया है। मैंने उनका इस्तीफा मंजूर कर के आगे की कार्रवाई के लिए उसे राज्यपाल को भेज दिया है। वहीं बाद में राज्यपाल कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सीएम फडणवीस की सिफारिश के बाद खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
इस बीच महाराष्ट्र के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने ट्वीट किया, 'मेरी पहले दिन से ही दृढ़ मांग रही है कि बीड जिले के मासाजोग में संतोष देशमुख की नृशंस हत्या के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कल जो तस्वीरें सामने आईं, उन्हें देखकर मेरा दिल बहुत दुखी हुआ। इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है और कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। साथ ही न्यायिक जांच का भी प्रस्ताव रखा गया है। पिछले कुछ दिनों से मेरी तबीयत ठीक नहीं चल रही है। इसे देखते हुए डॉक्टरों ने मुझे अगले कुछ दिनों तक इलाज कराने की सलाह दी है। इसलिए चिकित्सा कारणों से भी मैंने कैबिनेट में अपने मंत्री पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया है।'
बीड के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को पिछले साल नौ दिसंबर को कथित तौर पर जिले में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली के प्रयास को रोकने की कोशिश करने पर अगवा कर लिया गया था। उन्हें प्रताड़ित भी किया गया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।
राज्य अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने 27 फरवरी को देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 1,200 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया। सरपंच की हत्या, अवाडा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और कंपनी के सुरक्षा गार्ड पर हमला करने के तीन अलग-अलग मामले बीड के केज थाने में दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कठोर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया है। अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक आरोपी अब भी फरार है।
इससे पहले महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे की अलग हुई पहली पत्नी करुणा शर्मा-मुंडे ने रविवार को बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि वरिष्ठ नेताओं ने उनका इस्तीफा मांगा है और राज्य विधानमंडल के बजट सत्र से पहले इसकी घोषणा की जाएगी। इस्तीफे की बात बजट सत्र के दौरान की गई।
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