दो सौ साल पुराना होली का हिल्ला, अंग्रेजो के ज़ुल्म की याद दिलाता है, जयवर्धन को हिल्ले कि बधाई देने दूर गांवों से पहुंचे लोग
गुना_राधौगढ़ (आरएनआई) राघौगढ़ किले पर करीब दो सैकड़ा वर्ष पुरानी परम्परा का निर्वाहन करते हुए होली की तीज पर हिल्ला कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर विधायक जयवर्धन सिंह और अपने बड़े भाई आदित्य विक्रम सिंह और बेटों के साथ ग्रामीणों के बीच हिल्ला की रस्म अदायगी करते नजर आए। यह पूरा आयोजन राघौगढ़ राज परिवार के शौर्य के साथ-साथ इलाके के लोगों से पारिवारिक संबंधों का प्रतीक भी माना जाता है। हालांकि इस बार हिल्ला कार्यक्रम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद राघौगढ़ परिवार के मुखिया दिग्विजय सिंह उपस्थित नहीं हो सके। उन्होंने अपनी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया और लोगों से क्षमा भी मांगी।
बता दें कि दिग्विजय सिंह 28 मार्च को राघोगढ़ में आयोजित होने वाले प्राचीन सांस्कृतिक कार्यक्रम हिल्ला में शामिल होने वाले थे। लेकिन कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले ही दिग्विजय सिंह ने वीडियो संदेश जारी करते हुए जानकारी दी केवल राघोगढ़ नहीं पहुंच पाएंगे। दिग्विजय ने राघोगढ़ के लोगों से माफी मांगते हुए हिल्ला के मौके पर गाए जाने वाला एक लोकगीत भी गुनगुनाया। आपको बता दें राघोगढ़ किले पर होली की भाई दूज के अगले दिन हिल्ला महोत्सव मनाया जाता है। यह परंपरा करीब दो सैकड़ा वर्ष पुरानी है। बताया जाता है कि राघोगढ़ किले पर फ्रांसीसी सैनिकों द्वारा हमला किया गया था जिसे राघोगढ़ राज परिवार ने इलाके के आदिवासी समाज की सहायता से विफल कर दिया था। फ्रांसीसी सेनापति जॉन बेपटिस्ट और उसकी सेना को राघौगढ़ की सेना ने खदेड़कर अपनी एकजुटता का परिचय दिया था। इस जीत का उत्सव मनाने के लिए होली की दूज के अगले दिन राघोगढ़ राज परिवार और क्षेत्र का आदिवासी समाज हिल्ला महोत्सव मनाता है।
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