तहसीलदार, दो नायब तहसीलदार, आर आई, सहित सात पटवारियों के विरुद्ध अपराधिक परिवाद दर्ज
न्यायालय ने इन सभी के विरुद्ध वरिष्ठ अधिकारी को जांच पेश ओर उक्त आरोपियों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया हैं।
गुना (आरएनआई) यह अपराधिक परिवाद पत्रकार एवं समाजसेवी नवीन मोदी और पत्रकार योगेश लोधा की ओर से अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह यादव ने माननीय जे एम एफ सी गुना की न्यायालय में पेश किया हैं।
अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह यादव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उनके परिवादी पत्रकार एवं समाजसेवी नवीन मोदी और पत्रकार योगेश लोधा ने 23:05:2023 को एक अवैध सरस्वती विहार कॉलोनी की जांच का शिकायती आवेदन गुना शहर तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा देकर उस कॉलोनी की जमीन को लेकर पूर्व में गुना की न्यायालय में हुए आदेश की कॉपी भी प्रस्तुत करते हुए जमीन में अवैध कॉलोनी और जमीन से लगे नाले को कब्जा करके कॉलोनी विकसित कर बेच दिए जाने के मामले को रोकने ओर उनके विक्रय व नामांतरण को निरस्त करने ओर जमीन को शासकीय खसरे में दर्ज किए जाने की मांग की थी।
तहसीलदार ने उक्त जांच को तत्कालीन छावनी कस्बा के नायब तहसीलदार शुभम जैन को जांच देते हुए शीघ्र रिपोर्ट पेश करने को कहा। लेकिन उन्होंने रिपोर्ट नियत समय में पेश नहीं की ओर जांच को कई माह तक अनावश्यक लंबित रखा गया। जिसको लेकर तहसीलदार गुना परगना गुना को इसकी मौखिक शिकायत की गई, तब उन्होंने इस हेतु विभागीय टीप लिखकर पुनः सरस्वती बिहार कॉलोनी की जांच के लिए एक टीम आर आई गुना कैलाश नारायण साहू के नेतृत्व में अन्य चार पटवारियों की गठित करवाते हुए उक्त जमीन के विभिन्न रकबा सहित नाले की जमीन ओर न्यायालय के आदेश पर उन रकबा की जांच प्रस्तुत करने लिखा।
लेकिन जांच टीम के लोग प्रभावशाली कॉलोनाइजर से हितबद्ध हो कर रिपोर्ट पेश करने में लेट लतीफी करते हुए कई माह तक जांच रिपोर्ट पेश नहीं की।इस बीच मिल जुल कर प्रस्तावित उक्त कॉलोनी की जमीन पर प्लॉट काटकर विक्रय,रजिस्ट्री ओर नामांतरण चलता रहा। जिसमें रोक नहीं लगाई गई।
तब पुनः तहसीलदार गुना गौरीशंकर बैरवा को फिर परिवादियों सहित परिवादी के अधिवक्ता के रूप में हमने उन्हे न्यायालय के आदेश का पालन न होने का कहां तो उन्होंने कहा कि टीम ने दो लाइन की रिपोर्ट पेश की हैं। जिसपर आपत्ति मौखिक ली गई।
जिसपर उनसे विस्तृत जांच रिपोर्ट मगाने का कहां गया,तब तहसीलदार ने आवेदन की रिपोर्ट पर ही टिप्पणी लिखकर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का तय समय में कहां गया।
आप को यहां बतादे कि नायब तहसीलदार और आर आई के द्वारा परिवादियों सहित अधिवक्ता को गुमराह करने न न प्रकार की बाते बताई गई,न्यायालय से स्पष्ट आदेश जमीन को करवाने भी कहकर कार्यवाही जांच से बचते रहें। Mplrc के उलझने से डराया गया। दो घंटे तक फाइल में शोधन बैठ कर देखा गया। इसी बीच उसी शाम को कलेक्टर के प्रशासनिक प्रक्रिया में नायब तहसीलदार का तबादला चाचौड़ा ब्लॉक में हो गया।
उनके जाते ही जांच की फाइल बीच जांच में ही फाइल अचानक कार्यालय से गोल हो गई। इसी दौरान कॉलोनाइजर और पटवारियों की मिलीभगत से जमीन के विक्रय ओर नामांतरण होते गए।
जब फाइल गुम होने के संबंध में शहर तहसीलदार को जानकारी दी तो उन्होंने परिवादियों ओर अधिवक्ता से बोल दिया,कि मुझे मालूम हैं फाइल किसने गोल कराई हैं। आप चिंता न करे मिल जाएगी। वही छावनी वृत्त नायब तहसील कार्यालय में पदस्थ आरती गौतम मैडम नायब तहसीलदार के रूप में हुईं ,जब उनसे न्यायालय में मुलाकात तो उन्होंने फाइल गुम होने का हवाला देकर,आर आई से फाइल मांगने का कहकर समय काफी दिनों तक निकाला, फिर कहां कि आर आई साब का कहना हैं फाइल नहीं मिल रही हैं।ओर उन्होंने टेबिल पर एक जांच रिपोर्ट बनाकर रख ली। जब उनसे मिले तो उन्होंने अधूरी रिपोर्ट दिखाई जिसपर परिवादी के अधिवक्ता ने असहमति जताई। फाइल दुबारा देने का कहने पर, इसकी लिखित शिकायत शहरी तहसीलदार को की गई, तो उन्होंने दिखवाते कहकर समय टालते रहें।
जब इसकी शिकायत sdm गुना ओर कलेक्टर को की गई,तो परिवादियों पर दूसरा आवेदन देने को कहकर पुनः जांच कराने का कहा गया। जब परिवादियों ओर अधिवक्ता ने इसपर सहमती नहीं दी तो तहसील कार्यालय छावनी गुना के कर्मचारियों एवं छावनी की कॉलोनी के आर आई सहित पटवारियों को नोटिस नोटिस खेल कर जांच प्रतिवेदन लंबित रखा गया।
थकहार कर 14:06:2024 को आर टी आई लगाकर जानकारी प्रकरण की मांगी गई, तो अचानक ही गुम फाइल मिल गई,जिसमे से आधी अधूरी जानकारी देने का प्रयास करते हुए, जब तहसीलदार से इसकी चर्चा की तो उन्होंने विभागीय जानकारी,ओर शिकायत के साथ कर्मचारियों, पटवारियों के जवाब के साथ प्रतिवेदन नहीं दिया गया। कहा कि वो है नहीं देंगे।
वही आर टी आई संपूर्ण न देते हुए डाक से अधूरी जानकारी परिवादी नवीन मोदी के घर भिजवा दी।
अधिवक्ता ने कहा कि लोकसेवक होते हुए भी अपने पद के दुरुपयोग,क्षति कारित कार्य,विधि की अवज्ञा, विधि के अधीन नियमों की अवज्ञा, अशुद्ध दस्तावेज की रचना ओर साक्ष्य मिटाने का कृत्य के साथ पदीय कर्तव्यों का निर्वहन न करते हुए अपराधिक कृत्य के तहत अपराधिक परिवाद पेश किया गया हैं। जो स्वीकार कर दर्ज कर लिया हैं
जिसमें आरोपीगढ़ गौरीशंकर बैरवा तहसीलदार गुना, शुभम जैन नायब तहसीलदार वृत्त छावनी गुना, आरती गौतम नायब तहसीलदार वृत्त छावनी गुना,कैलाश नारायण साहू राजस्व निरीक्षक गुना,राजपाल धाकड पटवारी गुना तहसील कार्यालय,मनीष नामदेव पटवारी गुना,सुनील रघुबंसी पटवारी गुना, राजेश साहू पटवारी गुना, शिवशंकर पटवारी गुना, संजीव पटवारी गुना, दिनेश रघुबंसी पटवारी हैं गुना। वहीं वरिष्ठ अधिकारी को न्यायालय के एम एफ सी ने न्यायालयीन पत्र जारी कर जांच पेश करने एवं संबंधितों को नोटिस जारी किए जाने का आदेश।
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