देश में संघवाद को पूरी तरह से ध्वस्त, लोकतंत्र को खतरनाक कहना स्वीकार्य नहीं : ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि उन्होंने राजीव गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है, लेकिन 'इतना अच्छा प्रधानमंत्री' नहीं देखा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी राजनीतिक दलों और नेताओं का सम्मान करती है।
कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई कहता है कि धर्मनिरपेक्षता खराब है या लोकतंत्र खतरनाक है तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकतीं। उन्होंने दावा किया कि देश में संघवाद को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई राज्यों को जीएसटी का अपना हिस्सा नहीं मिल रहा है।
संविधान को बदलने की जरूरत है, तो यह किसी विचारधारा या किसी दृष्टिकोण को खुश करने के लिए है। ‘भारत को नए संविधान की आवश्यकता नहीं’ विषय पर एक कार्यक्रम में ममता ने कहा कि संविधान की भावना उसकी प्रस्तावना है। देश का संविधान लोकतंत्र, संघवाद और धर्मनिरपेक्षता का ख्याल रखते हुए बहुत ही मेहनत से बनाया गया था। बनर्जी ने कहा कि मौलिक अधिकारों और देश की संप्रभुता के बीच अच्छे संतुलन को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि उन्होंने राजीव गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है, लेकिन 'इतना अच्छा प्रधानमंत्री' नहीं देखा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी राजनीतिक दलों और नेताओं का सम्मान करती है।
भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। प्रदेश में महिलाओं का सम्मान नहीं हो रहा। यहां तक की वहां जब महिलाओं पर अत्याचार होता है तो पुलिस केस तक दर्ज नहीं करती। जो लोग मोमबत्तियां लेकर निकला करते थे, वे आज कहां हैं, उनकी मोमबत्तियां कहां हैं, मुझे समझ नहीं आ रहा है। गौरतलब है कि विजयवर्गीय बंगाल में भाजपा के प्रभारी भी रह चुके हैं।
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