देश के बच्चों का भविष्य विना छत के वीसी साल से इंतजार में !
गुना- देश में नो-जबान युवाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए देश, प्रदेश में उनके उज्बल भविष्य,वेहतर शिक्षा का दम भरने बालो ने जोर-शोर करके वास्तविकता को स्वीकार कर नई तश्वीर बनाने का सोचा होता तो आज यह प्राथमिक विद्यालय की दीवार पिछले वीस बर्षो से अपने ऊपर छत का इंतजार करते-करते रो पड़ीं आखिर कौन है जिम्मेदार! न नेता, विधायक मंत्री,आला अधिकारियों ने इसकी सुध ली। यह विद्यालय की दीवार,इस, विद्यालय में पढ़ने बाले बच्चे देखते देखते आशाओं की किरण पर विश्वास खो चुके।
स्कूल के बच्चे तो प्राथमिक शाला से कालेज का सफर तय कर चुके तो तो को विद्यार्थी व्यापार की ओर रूख कर गए,तो कोई फलफ्रूटका ठेला लगाकर जीवन यापन कर रहे हे। दरअसल प्रदेश सरकार जो मुफ्त में पैसे बांटने में लगी हे उनके आला अधिकारियो ने इस व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित क्यों नहीं किया। सबाल बहुत से जबाब तो शिक्षा-विभाग ओर जिला प्रशासन के पास होना चाहिए।
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