देश के प्रमुख जलाशय लबालब, बीते 10 साल के मुकाबले बेहतर; उत्तरी क्षेत्र में जल संग्रहण में गिरावट

उत्तरी क्षेत्र में जलाशयों सामान्य से कम भंडारण स्तर देखा गया। इस क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। यहां जहां जलाशय अपनी क्षमता का केवल 53 फीसदी ही रख पाए हैं। यह बीते साल साल दर्ज किए गए जल संग्रह में 84 फीसदी से काफी अधिक की गिरावट है।

Aug 24, 2024 - 04:29
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देश के प्रमुख जलाशय लबालब, बीते 10 साल के मुकाबले बेहतर; उत्तरी क्षेत्र में जल संग्रहण में गिरावट

नई दिल्ली (आरएनआई) केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश के प्रमुख जलाशयों में कुल जल-भंडारण स्तर बीते साल के मुकाबले काफी बेहतर हुआ है।

देश के 155 जलाशयों में मौजूदा उपलब्ध लाइव संग्रहण 130.800 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है। यह कुल लाइव संग्रहण क्षमता का 72 फीसदी है। यह बीते साल के इसी वक्त के दौरान दर्ज 114.657 बीसीएम से बेहतर है। इसी के साथ मौजूदा जल भंडारण बीते साल के स्तर का 114 फीसदी और बीते 10 साल के औसत भंडारण का 112 फीसदी है। सीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट का लब्बोलुआब है कि देश भर में समग्र भंडारण की हालत बीते साल और 10 साल के औसत दोनों से बेहतर है। पश्चिमी क्षेत्र में गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में जल भंडारण बढ़ा है। यहां के जलाशयों में अभी 74 फीसदी पानी है। यह बीते साल 69 फीसदी रहा था। वहीं, मध्य क्षेत्र के उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जलाशयों में वर्तमान में 76 फीसदी जल है। यह बीते साल के इसी वक्त के 73 फीसदी से तीन फीसदी बढ़ा है। 

खासकर उत्तरी क्षेत्र में जलाशयों सामान्य से कम भंडारण स्तर देखा गया। इस क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। यहां जहां जलाशय अपनी क्षमता का केवल 53 फीसदी ही रख पाए हैं। यह बीते साल साल दर्ज किए गए जल संग्रह में 84 फीसदी से काफी अधिक की गिरावट है। 

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